बहराइच 24 मई। बहराइच जैसे आकांक्षात्मक जनपद में लघु उद्योगों की संभावनाओं पर चर्चा के उद्देश्य से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विकास संस्थान नैनी, इलाहाबाद द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार बहराइच में जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आहूत की गयी बैठक में अपर विकास आयुक्त (एमएसएमई) भारत सरकार पीयूष श्रीवास्तव आईईएस मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सर्व प्रथम उप निदेशक प्रभारी एमएसएमई विकास संस्थान, इलाहाबाद आईबी सिंह द्वारा बैठक के एजेंडे के साथ-साथ सचिव एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन तथा भारत सरकार एवं राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की गयी।
अपर विकास आयुक्त पीयूष श्रीवास्तव ने जनपद में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए इस बात पर विस्तृत चर्चा की कि भविष्य में एमएसएमई मंत्रालय इस दूरस्थ क्षेत्र में लघु उद्योग स्थापना के लिए सभी विभागों के साथ मिल कर किस प्रकार से कार्य किया जा सकता है। सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को कृषि के साथ जोड़कर किसान एवं लघु उद्योगों में कार्य कर रहे लोगों की आय में बढ़ोत्तरी के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए उन्होंने इस सम्बन्ध में भारत सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों पर विस्तृत प्रकाश डाला। बैठक की अध्यक्षता कर रहीं जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने अपर विकास आयुक्त से अपेक्षा की कि आकांक्षात्मक जनपद की श्रेणी में आने के बाद इस दिशा में और भी सार्थक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को कृषि के साथ जोड़कर ही किसानों और लघु उद्योगों में लगे लोगों की आय में इज़ाफा हो सकेगा। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा जनपद में किये जा रहे कार्यों की विस्तार से चर्चा करते हुए सभी को निर्देश दिया कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के विकास हेतु सभी विभाग मिलकर गाइड लाइन तैयार करें एवं अतिशीघ्र उसका अनुपालन करें। बैठक में शाखा प्रबन्धक, एनएसआईसी, लखनऊ द्वारा पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से उनके कार्यालय द्वारा चलाई जा रही योजनाओं तथा भविष्य में जनपद में किये जाने वाले कार्यंें, एमएसएमई विकास संस्थान, इलाहाबाद के सहायक निदेशक तरूण कुमार बुडाल ने विभागीय योजनाओं जैसे कलस्टर विकास, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी में भागीदारी, इंक्यूबेशन योजना एवं एनएमसीपी योजना, केवीआईसी, गोरखपुर ने जनपद में पीएमईजीपी योजना के तहत प्रदान किये गये ऋण तथा उनके कार्यालय द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी। प्रबन्धक जिला अग्रणी बैंक श्रवण कुमार द्वारा गत वर्षों में लघु उद्योग की स्थापना के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा दिए गये ऋण का डाटा अध्यक्ष के समक्ष रखा एवं इस वित्तीय वर्ष 2018-19 मंे दिए जाने वाले ऋण के लक्ष्य की जानकारी दी एवं आशा की कि वे निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति कर लेंगे।
सहायक निदेशक हस्तशिल्प बाराबंकी ने जनपद के हस्तशिल्पियों के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों तथा उनके लिए संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। उपायुक्त, जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन केन्द्र मोहन शर्मा ने जनपद में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ओडीओपी योजना के तहत जनपद में गेंहू के डंठल की कलाकृतियों को ओडीओपी योजना में स्थान दिया गया है। डीडी एग्री डा. आर.के. सिंह ने किसानों के उत्पाद को उद्योगों से जोड़े जाने के सम्बन्ध में सुझाव दिये। हथकरघा विभाग, फैजाबाद के प्रतिनिधि ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए सुझाव दिया कि अम्बेडकर नगर की तर्ज़ पर बहराइच में हथकरघा को प्रोत्साहन देने से लोगों की प्रति व्यक्ति आय में इज़ाफा किया जा सकता है।
उप निदेशक प्रभारी, एमएसएमई विकास संस्थान, इलाहाबाद आई.बी. सिंह ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि उनके विभाग द्वारा शीघ्र ही जिले के सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर जनपद के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की जायेगी। बैठक के अन्त में एमएसएमई विकास संस्थान, इलाहाबाद के तरूण बुडाल द्वारा धन्यबाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, ज्वाइंट मजिस्टेªट प्रशिक्षु आईएएस प्रभाष कुमार, केटी लालकर, ओम प्रकाश पटेल, उद्यमी विनोद टेकड़ीवाल, अशोक कुमार मातनहेलिया, हस्तशिल्पी मोहम्मद यूनुस सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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