बेहतर बिजली आपूर्ति को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा तमाम दावे किये जा रहे हैं। सूबे के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा बिजली आपूर्ति बेहतर करने को लेकर अधिकारियों को लगातार निर्देशित कर रहे हैं। बेहतर आपूर्ति के लिए वितरण खंड से लेकर लखनऊ तक अधिकारियों की बैठक हो रही हैं, लेकिन इसका नतीजा शून्य है। गर्मी आते ही विभाग के दावों की पोल खुल गई है। अघोषित कटौती से उपभोक्ता गर्मी में रहने को विवश हैं। अघोषित कटौती पर विभाग के जिम्मेदार मौन है। इसके पीछे दुहाई ओवलोडिंग की दी जा रही है। शुक्रवार को सुबह से लेकर शाम तक बिजली की आवाजाही से उपभोक्ता परेशान नजर आए। जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है। बिजली व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। दिन और रात में अघोषित कटौती हो रही है। अघोषित कटौती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर में छह घंटे से अधिक बिजली गायब रहती है। ऐसा तब है जब शहर का नाम स्मार्ट सिटी में शामिल है। इसके अलावा बिजली अधिकारियों द्वारा कहा गया था कि रमजान में अघोषित बिजली कटौती नहीं होगी, उसके बाद यह हाल है। लगातार आ रहीं बिजली ट्रिपिंग की शिकायतें
गर्मी बढ़ते ही लगातार बिजली ट्रिपिंग की शिकायतें आ रही हैं। बिजली की दिनभर आवाजाही लगी रहती है। इससे एक ओर उपभोक्ता जहां गर्मी में रहने को मजबूर हैं। वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं के घरों में बिजली से चलने वाले उपकरणों को नुकसान हो रहा है। विभागीय कर्मचारी बिजली ट्रिपिंग का कारण ओवर लोडिंग को बता रहे हैं। ओवरलोडिंग से लगातर ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। बिजली लाइनों में फाल्ट हो रहे हैं। केबिल बक्सा जल रहे हैं। ऐसा तब है जब विभाग की ओर से लाइनों में सबकुछ दुरुस्त होने का दावा किया जा रहा है। बीते दस दिनों की बात करें तो केवल शहर में ही ट्रांसफार्मर फुंकने, केबिल बक्सा जलने, तार टूटने के सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में विभाग की ओर से लाइनों में किये गये सुधार कार्यो पर सवाल उठ रहे हैं। तीन घंटे आपूर्ति रही ठप
शुक्रवार को सेल टैक्स चौराहे के पास गार्डिग का तार टूटने से 33 हजार की लाइन की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गयी। इससे रामगंगा बिहार, आशियाना, हिमगिरी समेत कई क्षेत्रों की बिजली तीन घंटे से अधिक बाधित रही। यही हाल पीतल बस्ती, कटघर, शिवपुरी समेत कई क्षेत्रों का रहा।
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