आंधी और तूफान का सबसे ज्यादा असर आम के बागों पर हुआ है। दर्जनों पेड़ उखड़ गए और अमिया गिर गई। बागों में 50 फीसद तक नुकसान होने की बात कही जा रही है। तेज अंधड़ से बाग मालियों की कमर टूट गई है। हालांकि उद्यान विभाग ने 30 फीसद तक नुकसान होने का दावा किया है। इस बार आम की बेहतर पैदावार होने के कयास लगाए जा रहे थे। बाग मालिक व रखवाले भी खुश थे। अप्रैल में तेज हवाएं चलने से भी आम के बागों को नुकसान हुआ। मई की शुरुआत से ही तेज हवाएं, आंधी चलने से आम की फसल को नुकसान हुआ। रविवार को आई आंधी से बागों को अधिक क्षति हुई। बाग माली इरशाद खां, अब्बू खां व नब्बू खां का कहना है कि आंधी ने बाग उजाड़ दिए हैं। 50 फीसद से अधिक अमिया गिरने से नुकसान हो रहा है। जनपद में लगभग पांच हजार हेक्टेयर में आम के बाग हैं। लगभग 17.50 लाख कुंतल आम की पैदावार होती है। इसबार शुरू से ही फसल अच्छी होने के कयास लगाए जा रहे थे। आंधी से दशहरी, लंगड़ा व चौसा आम को काफी नुकसान हुआ है
सोमवार को कच्ची अमिया पहुंचने से बाजार व मंडी पटी रही। शुरुआती दौर में अमिया का उठान तेजी से हुआ जो बाद में कम हो गया। थोक में लगभग पांच रुपये किलो तक अमिया का भाव रहा। बाद में महंगा हो गया। मंडी व्यापारी संतोष, शंकर शरीफ का कहना है सोमवार को सबसे अधिक अमिया मंडी में आई। आंधी से आम के बागों को नुकसान हुआ है। लगभग 30 फीसद नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






