राज्य सरकार द्वारा खाद्यान्न की समय से उपलब्धता सुनिश्चित करने की दृष्टि से व्यवस्थायें निर्धारित की गयी है जिसके अनुसार अगले माह हेतु चालू माह की पहली तारीख से 23 तारीख तक मासिक आवंटन के सापेक्ष ब्लॉक गोदामों में खाद्यान्न की उपलब्धता, 15 से 23 तारीख तक राशन विक्रेता द्वारा खाद्यान्न का मूल्य जमा कराना तथा 23 तारीख से मासान्त तक आवंटित खाद्यान्न की मात्रा राशन विक्रेता को निर्गत किया जाना सुनिश्चित किया जाता है, ताकि महीने की पहली तारीख से पूरे माह राशन कार्ड धारक खाद्यान्न अपने कार्ड पर राशन विक्रेता से प्राप्त कर सके। तहसील/ब्लाक क्षेत्र की राशन दुकानों हेतु विशेष दिवसों का निर्धारण किया गया है, जिसमें राशन की दुकानें प्रातः 8:00 बजे से सायंकाल 4:00 बजे तक अनवरत खुली रहेंगी और कार्ड धारकों को अनुसूचित वस्तुओं का वितरण किया जायेगा। परन्तु कार्ड धारको को कभी भी खाद्यान्न पूरा नहीं मिल पाता और कई बार तो सड़ा आनाज ही प्राप्त होता है. करण पता होते हुए भी अधिकारी चूं तक नहीं करते. बस भ्रष्टाचारी रसगुल्ले की चासनी का हक़ अदा करने में लगे रहते है. खाद्यान्न मामले में हमारी टीम ने ऍफ़सीआई के गोदाम पर सड़े आनाज का खुलासा किया. हमारी टीम ने जिलापूर्ति अधिकारी राकेश कुमार द्वारा ५० हजार लेकर कोटा निलंबित करने का खुलासा किया. आज एक बार फिर खाद्यान्न मामले में हमारी टीम ने विपणन विभाग की पोल खोली है. विपणन विभाग वह विभाग है जिसे कोटेदारो तक मानक अनुसार खाद्यान्न पहुचने तथा किसानो से खाद्यान्न खरीदने की जिम्मेदारी दी गई है. सुचना अनुसार हमारी इन्वेस्टीकेशन टीम ने बहराइच के गोदाम प्रभारियो से मिल कर हो रही घटतौली पर बात की तो पता चला की गोदाम प्रभारियो को चोरी करने पर विभाग के उच्चाधिकारी मजबूर कर रहे है. खरीदारी हो या उठान लगभग पांच रूपये प्रति बोरी गोदाम प्रभारियो को लेवर देना पड़ता है जो कि विभाग नहीं देता, इस वर्ष गेहूं खरीद में कई प्रभारियो ने हजारो का नुकसान भी झेला है. हद तो तब हुई जब टीम महसी क्षेत्र के गोदाम पर पहुंची वहा मौजूद गोदाम प्रभारी राम उजागर चौरसिया ने बताया कि क्षमता से ज्यादा काम विभाग जबरन करवाता है. मज़बूरी में अपने भतीजे को बुला कर कार्य करवाना पड़ता है, अधिकतर गोदामों पर देखा गया है कि प्रभारी अपने किसी न किसी रिश्तेदार को बुलाकर कार्य करवाते है. इनसब मामलो की जानकारी देते हुए कार्यवाही सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी विपिन कुमार से बात की गई तो महोदय ने जाँच के नाम पर एक सप्ताह टालते हुए गोदाम प्रभारी की क्लास लगा दी डरे हुए राम उजागर चौरसिया ने जुरंत टीम के लोगों से फोन कर सारा माजरा बयां किया. विपणन अधिकारी विपिन कुमार ने कार्यवाही सम्बंध में दोबारा पूछने पर बताया कि जाँच कर ली गई है उसके अनुसार रिपोर्ट सीनियर अधिकारी को भेज दी गई है परन्तु कारवाही का खुलासा करने में हिचकिचाते दिखे. अब ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि समस्या का निवारण किया गया है या फिर यहाँ भी भ्रष्टाचारी रसगुल्ले की चासनी का असर है?
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