उत्तरप्रदेश में भूमाफियाओं का राज कायम है, अधिकारियों व कर्मचारियों के गठजोड से प्रदेश में भूमाफिया सरकारी व गैर सरकारी जमीनों पर खुलेआम कब्जा कर रहे है। जिससे आम आदमी के दिलों में भय का वातावरण है। प्रदेश की राम राज्य स्थिापित करने की बाते करने वाली योगी सरकार भी भूमाफिया आगे नसमस्तक नजर आ रही है। भूमाफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि प्रशासन भी उनके सामने घुटने टेके बैठा हैै। तहसील सफीपुर में तो भूमाफिया खुले आम सरकार गैर सरकारी जमीनों पर अपना कब्जा जमा रहे है। किन्तु संबधित सभी लोग आंखे मूदे चैन की नीद सो रहे है। उत्तरप्रदेश में राम राज्य स्थिापित करने का दम भरने वाली योगी सरकार की बाते हवाईयां साबित होती नजर आ रही है। योगी सरकार के कार्यकाल में उत्तरप्रदेश की दशा सुधरने की जगह और खराब होती नजर आ रही है। योगी सरकार के कार्यकाल में गुणों और भूमाफियाओं के डर से आम आदमी डरा सहमा है। किन्तु न तो सरकार और न ही प्रशासन इसकी सुध लेने को तैयार है। जिससे जनता के बीच लगातार भय का वाता वरण बना हुआ है। जिला उन्नाव में तहसील सफीपुर ब्लॉक फतेहपुर 84 ग्राम सभा सेता के तकिया चैराहे रोड पर पढ़ने वाला हाईवे मेन लखनऊ रोड पर 525, और 542 जो कि यह भूमि खसरा ग्राम समाज की जमीन में वर्षों से दर्ज है जो कि आरिफ नाम के भू माफिया ने यह ग्राम समाज की सैकड़ों बीघा जमीन को कब्जा डाले हैं। इस मामले में यहा इस भूमाफिया का आगे प्रशासन का कद काफी बौना नजर आ रहा है। इस मामले मंे क्षेत्र के लेखपाल की भूमिका भी पूरी तरह से संदिग्ध है। वह प्रदेश सरकार से तनख्वा लेकर भूमाफियाओं के लिए काम कर रहा है। चदं चांदी के सिक्कों के लालच में लेखपाल ने अपने सारे दायित्वों को ठिकाने लगाने का काम किया है। क्षेत्र के लेखपाल से लोगों को अब अपनी जमीनो का खतरा बना हुआ है। इस अलावा छन के आ रहे खबरों के अनुसार रोशनी मार्किट वह मंडी के नाम से कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से इसको मंडी के नाम पर आवंटित कराया गया है। उमाशंकर कांगो साहब इतने माहिर हो चुके हैं कि इनको जिले से कई बार बाहर भी ट्रांसफर करा जा चुका है फिर भी इतने माहिर है कि और बड़ों का हाथ रहता है कि यह भी यहीं पर अपना ट्रांसफर करा कर मोटी कमाई चालू करते हैं और भूमाफिया से मिलकर कई जमीनों को कर चुके हैं खुर्द-बुर्द और एक ऐसा ही उदाहरण तकिया चैराहे के काटे रोड पर भी देखा जा सकता है हीरो हौंडा शोरूम के बराबर में भी कई बीघा पड़ी ग्राम समाज की जमीन को भी भूमाफियाओं ने कब जा डाली है अब देखना यह होगा कि इस पर कार्रवाई होती है या फिर इसके नाम पर खानापूर्ति की जाती है। कहने को तो उत्तप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योेगी उत्तरप्रदेश के हालत को सुधारने की बात कर रहे है। किन्तु भीतर की असली तस्वीर यह है कि उत्तरप्रदेश में माफियाओं व अधिकारियों का गठजोड अब भी कायम है। जिसके बूते पर योगी की हर मुहीम को बड़ी सफाई से गहरा झटका दिया जा रहा है। जिसका पता कानों कान शासन प्रशासन तक नही पहंुच पा रहा है।
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