अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर विवाद में शनिवार को वाराणसी के अर्दली बाजार में शिवसैनिकों ने मोहम्मद अली जिन्ना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान शिवसैनिकों ने घोषणा किया की जो व्यक्ति विश्वविद्यालय से जिन्ना की तस्वीर हटायेगा उसे यूपी शिवसेना उप प्रमुख अजय चौबे की ओर से 5 लाख रुपये का इनाम स्वरुप दिया जायेगा. शिवसैनिकों ने दर्जनों वाहनों और भवनों पर पोस्टर चस्पा कर अलीगढ विश्वविद्यालय से जिन्ना का पोस्टर हटाये जाने की मांग की. यूपी शिवसेना उप प्रमुख अजय चौबे ने मोहम्मद अली जिन्ना को खलनायक बताते हुए कहा कि उसने देश के विभाजन में अहम भूमिका निभाई थी.दरअसल, कैंपस में विवाद की शुरुआत बीजेपी के सांसद सतीश कुमार गौतम की ओर से वाइस-चांसलर को लिखे गए एक चिट्ठी से हुई. सांसद ने लिखा कि उन्हें पता चला है कि यूनिवर्सिटी के यूनियन-हॉल में जिन्ना की तस्वीर लगी है और ये कैसे हो सकता है कि जिसने विभाजन कराया, उसकी तस्वीर यूनिवर्सिटी लगाए. इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. जिन्ना का पुतला फूंका गया. छात्र-संघ के सदस्यों और हिंदू-संगठन के सदस्यों में झड़पें हुईं. कुल मिलाकर देखते ही देखते अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी का इलाका छावनी में तब्दील हो गया.बता दें कि मोहम्मद अली जिन्ना के बाद अब यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सयैद अहमद खां की तस्वीर को लेकर विवाद हो गया है. बीते शुक्रवार को खैर कस्बे में मौजूद पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में सर सैयद अहमद खां की तस्वीर हटा दी गई. जिसके बाद छात्रों ने शनिवार को हंगामा किया. इस दौरान एक फोटोग्राफर के साथ छात्रों के कथित मारपीट की खबरें भी आ रही हैं.
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