केंद्र व प्रदेश की सरकारें शिक्षा के छेत्र में भरकस प्रयास कर रही है कि किस प्रकार भारत के साथ उत्तर प्रदेश शिक्षा क्षेत्र में आगे आ जाये विभिन्न प्रकार की यूजनाये शिक्षा विभाग में आये दिन लागू की जा रही है और बहराइच जनपद बेशिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल का गृह जनपद है यह योगी सरकार की वह मंत्री है जिन्होंने पूरी सर्दी स्वीटर नही पहना क्योंकि सरकारी विद्यालयों में छात्रों को स्वेटर नही मिल पाया था ऐसी मंत्री का गृह जनपद होने के बाउजूद शिक्षा के क्षेत्र में निजी मान्टेसरी और अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल शिक्षा विभाग को चूना लगाकर भारी राजस्व का भी नुकसान कर रहे है लखनऊ पब्लिक स्कूल की एक छात्रा ने समय पर फीस नही जमा की तो उसको मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का मामला प्रकाश में आया है सरकार का इस मामले में सख्त आदेश है कि छात्रों के साथ मारपीट की घटना बिल्कुल होने पाये इसके लिए कुछ नियम और कानून भी बनाये गये है क़स्बा के मोहल्ला पुरानी बाज़ार पूर्वी निवासी इस्लामुद्दीन मोहम्मदी जो पेशे से समाचार पत्र विक्रेता है बताते है कि उनकी बहन आसिया बानो पुत्री फरीद अहमद बगैर मान्यता प्राप्त लखनऊ पब्लिक स्कूल की छात्रा है एक माह की फीस जमा करने में देरी हो गई तो विधायलय अज़मत उल्लाह खान उर्फ जावेद मास्टर ने पूरे विद्यालय के सामने दण्डित किया जबकि राष्ट्रीय बाल आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि छात्र, छात्राओं को मानसिक और शारिरिक रूप दण्डित नही किया जायेगा इनका कहना है कि स्कूल बगैर मान्यता के साथ नियम के विपरीत चल रहा है इसकी बिल्डिंग भी मानक के विपरीत है किसी भी समय इस स्कूल में कोई भी घटना हो सकती है इस स्कूल में कोचिंग क्लासेज भी संचालित की जा रही है विगत कुछ माह पूर्व 65 फर्जी विद्यालय बन्द कराये गये थे मगर यह फर्जी विद्यालय पूर्व की भांति आज भी चल रहा है इस्लामुद्दीन मोहम्मदी ने प्रदेश के मुख्य मंत्री, सहित शिक्षा विभाग के तमाम अफसरों को पार्थना पत्र देकर फर्जी चल रहे स्कूल पंर कार्यवाही किये जाने की मांग की है मगर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है इनका आरोप है कि जिला विद्यालय निरीक्षक, बेशिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी इस विद्यालय में महीने में अवैध धन वसूली करते है इसीलिए कोई कार्यवाही नही कर रहे है
(इस संबंध में बेशिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर अमरकांत सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में है और खंड शिक्षा अधिकारी बलहा को जांच सौंपी गई जो जांच आएगी उसी आधार पर कार्यवाही की जायेगी )
(इस बारे में जानकारी के लिए खंड शिक्षा अधिकारी बलहा फूल चंद्र मौर्या को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि अभी फैज़ाबाद मीटिंग में आया हूँ बाद में आपसे बात करता हूँ)
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क़स्बे के कई पत्रकारों की सरपरस्ती विद्यालय प्रबंधक को प्राप्त है यहाँ तक कि आई टी आई में कार्यरत एक शिक्षक जो पत्रकार भी है वह इस फर्जी स्कूल के कर्ता धर्ता है इसलिय कोई कार्यवाही नही करता है
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