बांदा जिले में मानवता को शर्मशार करने वाली तस्वीर सामने आई है. धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की लालच ने एक मासूम की जान ले ली. चंद पैसों की वजह से डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया, जिससे मासूम की मौत हो गई. जिसके बाद मासूम बच्चे के परिजनों ने शव को लेकर डीएम की चौखट पर पहुंचे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. फिलहाल डीएम ने मामले में दो सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच शुरू करवा दी है.दरअसल, बांदा जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के पचेहरी गांव के रहने वाले पुष्पराज सिंह बुखार से पीड़ित अपने 6 वर्षीय भाई को बुधवार रात मेडिकल कॉलेज बांदा में इलाज के लिए भर्ती करवाया था. परिजनों का आरोप है कि स्टाफ के द्वारा पैसों की मांग की गई. मगर गरीबी के चलते वह पैसा नहीं दे पाए तो इलाज नहीं किया गया. भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने इलाज शुरू नहीं किया. जब मासूम की हालत बिगड़ने लगी तो उसको जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां जहा उसकी मौत हो गई.जिसके बाद परिजनों ने मासूम विनोद के शव को कंधे पर लेकर जिलाधिकारी की चौखट में न्याय की मांग लगाने पहुंचे. उनका कहना है कि इलाज में लापरवाही के लिए दोषियों के खिलाफ कारवाही हो.मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी दिव्य प्रकाश गिरी ने जांच शुरू करवा दी है. जिलाधिकारी ने सीएमओ और एसडीएम के नेतृत्व में दो सदस्यीय कमेटी बनाकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
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