उन्नाव गैंगरेप केस यूपी की बीजेपी सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। वहीं यह केस अब इलाहबाद हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने स्वत: संज्ञान ले लिया है। चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली डिवीजन बेंच कल गुरुवार को मामले की सुनवाई करेगी। कोर्ट ने इस मामले में एक तीसरे पक्ष के व्यक्ति को भी नियुक्त किया है, जो इस केस से नहीं जुड़ा है। वह कोर्ट को पूरी सूचना उपलब्ध कराएगा। उधर, उन्नाव रेप मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट भी राजी हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक एक वकील द्वारा दाखिल याचिका में सीबीआई जांच और पीड़िता के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की गई है। साथ ही याचिका में निर्भया फंड से किशोरी को मुआवजे के साथ ही सुरक्षा की मांग भी की गई है। अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा ने जनहित याचिका में आरोप लगाया है कि पीड़िता के पिता की जेल में पीटकर हत्या कराई गई। उन्होंने मांग की है कि किशोरी के अपहरण और गैंगरेप सहित विभिन्न धाराओं में भाजपा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। बांगरमऊ के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके समर्थकों पर गैंगरेप का आरोप लगा है। मामले के तूल पकड़ने के बाद आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर को भी हिरासत में लिया गया और करीब 6 पुलिस कर्मियों को मदद के आरोप में सस्पेंड किया गया है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






