बहराइच 05 अप्रैल। उप जिलाधिकारी महसी/प्र. जिला प्रोबेशन अधिकारी डा. संतोष उपाध्याय ने बताया कि 01 अप्रैल को लगभग पूर्वान्ह 11ः00 बजे एक व्यक्ति द्वारा फोन पर 181 महिला आशा ज्योति केन्द्र बहराइच को एक वृद्ध लावारिस महिला के मिलने की सूचना दी गयी थी। सूचना प्राप्त होते ही केन्द्र की टीम थाना दरगाह अन्तर्गत गुलामअलीपुरा पहुॅची और अपने साथ महिला आशा ज्योति केन्द्र कार्यालय ले आयी। उक्त वृद्ध महिला शुरू में इतना घबराई हुई थी कि कुछ बता पाने में असमर्थ थी। टीम के सदस्यों द्वारा धीरज बंधाते हुए जब उक्त महिला की काउन्सलिंग की गयी तो पता चला की महिला का नाम मसीहननिशा, पति का नाम स्व. अब्दुल सत्तार है और उसका मायका गोरखपुर है। लेकिन उसको अपने मायके का पता याद नहीं था। इस स्थिति में टीम द्वारा 181 गोरखपुर की टीम के सहयोग से उसके घर तक सूचना भिजवाने पर वृद्ध महिला के दामाद मोहम्मद आज़ाद उसे लेने आए। डा. उपाध्याय ने बताया कि वृद्ध महिला के दामाद के आ जाने पर 181 बहराइच की टीम द्वारा औपचारिक लिखा पढ़ी के पश्चात वृद्ध महिला को उसके दामाद को सौंप दिया गया। वृद्ध महिला अपने दामाद से मिलकर अत्यन्त प्रसन्न दिखी और 181 टीम को धन्यवाद देती हुई अपने घर को चली गयी। उल्लेखनीय है कि 181 महिला आशा ज्योति केन्द्र बहराइच जिले में घरेलू हिंसा से पीडित महिलाओं को राहत पहुॅचाने का एक सशक्त माध्यम है। जनपद में किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिला को उसकी आवश्यकता के अनुसार सहायता प्रदान करना आशा ज्योति केन्द्र का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है।
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