रूपईडीहा में नहीं थम रही है नशे कि रफ्तार , पुलिस बन रही है अंजा
रूपईडीहा में नहीं थम रही नशे कि रफ्तार आए दिन रूपईडीहा में हजारों जिंदगियों से खिलवाड़ किया जा रहा है जिससे आम इंसान को भी आर्थिक स्थिति पर गहरा असर दिखाई पड़ रहा रहा है नशे कि लत को काबू करने में पुलिस आसमर्थ दिख रही है खुले आम रोड पर भारतीय नागरिक व नेपाल से आने वाले लड़के लड़कियां भारी संख्या में नशा करती है आए दिन रूपईडीहा में ऐसी कई घटना गठित होती है जिससे स्थानीय पुलिस बे ख़बर है।
आपको बता दे कि हाल ही में श्री योगी आदित्य नाथ जी द्वारा नशा मुक्त अभियान चलाया गया था ।
जिससे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उन नियमों का पालन हुवा अगर बात करे इंडो नेपाल बॉर्डर रूपईडीहा कस्बा जिला बहराईच तो उत्तर प्रदेश में 75 जिलों में बहराईच जिला सबसे ऊपर कि श्रेणी में आता है खास तौर से मेडिकल नशा कोरेक्स सीरप नशीली दवाएं के बढ़ते व्यापार में इसका का दायरा अब करोड़ो में तब्दील हो गया है जिससे प्रतिबंधित दवाएं मेडिकल पर ड्रग कोडीन कोरेक्स जैसी अन्य कंपनियों कि ब्रांड मौजूद रहती है ।
लाखों का कारोबार धड्डले से चल रहा है कई जिंदगियां इस नशे को ले डूबी है लेकिन इसकी लत को काबू करने का कोई सामधान नहीं है
समाज में अच्छे व्यक्ति को भी आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचता है चोरी लूट पाट ऐसी कई घटनाएं नशे कि लत को पूरा करने के लिए होती है।
नेपाल से आने वाली लड़कियां जो कि नशे कि लत को पूरा करने के लिए आए दिन आती है ।
नशे के बाद वो अपना संतुलन खो देती है जिससे कई दरिनदे इसका फ़ायदा उठाते है उनके साथ छेड़ छाड़ जैसे कई गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता है।
नशे कि इस लत का कारोबार नेपाली लड़कियों पर गहरा प्रभाव पड़ा है जिससे लड़कियां अपनी लत को पूरा करने के लिए कोई भी कदम मजबूरन उठा लेती है जिससे समाज के साथ साथ रहन सहन में गहरा असर पड़ता है इसको लेकर किसी के कानो में आवाज़ नहीं सुनाई देती है।
कोरेक्स नशीली दवाएं का मुख्य केंद्र रूपईडीहा है जिसको एजंसियों द्वारा अवैध मात्रा में लोगो कि जिंदगी का मजाक बनाया जा रहा है 18 वर्ष से कम उमर के बच्चें भी आ गए है नशे कि चपेट मे जिससे उनका आने वाला उज्वल भविष्य अंधेरे कि ओर जाता साफ़ दिखाई दे रहा है कोई काम न मिलने पर बच्चे व नशा करने वाले लड़के लड़कियां बॉर्डर पर कई ऐसे काम को अंजाम देती है जिसको हम सोच भी नहीं सकते है।
नारकोटिक्स डिपर्टमेंट में लगाई गई इसकी गुहार मांगा गया सभी छोटी बड़ी एजंसियों का कोडीन ब्यौरा सूत्रों कि माने बड़ा डाटा कि जानकारी होने पर 700 करोड़ कि नशीली दवाएं का गोदाम सीज हुवा महाराज गंज में जो कि सायबर एनालाइज के जरिए पता लगाया लिया गया उसका श्रोत गोरखपुर था
2 हफ्ते बाद 15 जुलाई कि लाड दुगनी मात्रा में इंडो नेपाल बॉर्डर पे आई जिससे खुले आम व्यापार हो रहा है मानो जैसे पानी पिलाया जा रहा हो।
कई लोगों ने अपने हाथ रोक लिए लेकिन कुछ दिन बाद यह फिर से और तेज़ी से बढ़ गया नशे कि लत से जूझ रहे भारतीय नागरिक व देश का भविष्य अंधेरे में ढकेल रहे है कुछ मेडीकल वाले अवैध सीरप शीशी कोडीन नशीली दवाएं बड़ी मात्रा में खुले आम बेच रहे है मेडीकल चालक बिना डिग्री के प्रतिदिन 700 से 900 सीरप की बिक्री करता है एक सीसी कि कीमत 250 नेपाली मुद्रा है
1 रुपए कि टेबलेट नशे कि 25 रुपए कि मिलती है नाइट्रोशन ट्रैयगंडी नाइट्राजीफार्म अल्फ्राजोलाम अन्य दवाएं भी शामिल है ।
हर रोज़ नेपाल से भारी मात्र में नेपाली लड़कियां लड़के आते है जिसमे अधिक लड़कियां नेपाल में तस्करी करती है नशीली दवाएं की आय दिन निपल में केश पकड़े जाते है नशीली दवाएं के जो कि रूपईडीहा कस्बे में चकिया रोड पर मिलती है खुले आम
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