श्रावस्ती : मल्हीपुर थाना क्षेत्र में स्थित हरदत्त नगर गिरंट वनक्षेत्र के सुजानडीह जंगल के पास स्थित बहोरवा गांव के पास गुरुवार को घायल अवस्था में एक हिरन का बच्चा तालाब में पड़ा था। ग्रामीणों ने घायल हिरन को देखा तो उसे बाहर निकाला और गांव ले आए। इसके बाद घायल हिरन को ट्रैक्टर ट्राली पर लादकर सुजानडीह पौधशाला पहुंचाया। जहां उसे वन कर्मियों के सुपुर्द कर दिया। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने घायल हिरन को राजकीय पशु चिकित्सालय गिरंट में भर्ती कराया। जहां से इलाज कराने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया। इसके तीसरे दिन शनिवार को थाना मल्हीपुर के सिटकहना गांव के दक्षिण सरयू नहर में दुर्लभ प्रजाति का सांभर गंभीर रूप से घायल तड़प रहा था। इस दौरान खेत को गए पूर्व प्रधान दिनेश कुमार यादव की नजर सांभर पर पड़ गई तो उन्होंने गांव से लोगों को बुलवाकर घायल जीव को पानी से बाहर निकाला और घर ले आए। इसके बाद वन विभाग को सूचित किया। सचना पर पहुंची विभागीय टीम ने सांभर को पशु चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां से इलाज के बाद उसे सुजानडीह पौधशाला ले जाया गया। जहां शाम को उसकी मौत हो गई। सूत्रों की माने तो इस समय जंगल में शिकारियों का आतंक जोरों पर है। इसी के चलते बेजुबान जंगली जानवर बाहर का रुख अख्तियार कर रहे हैं या तो कंटीले तारों में फंस जाते हैं या फिर कुत्तों के हमले में घायल हो जाते हैं। वनक्षेत्राधिकारी आरपी चौधरी ने बताया कि मृत सांभर को पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






