बहराइच। मधुमक्खियों से शहद उत्पादन के साथ-साथ फसलों में पर-परागण से पौधों की जीवितता एवं उत्पादन में वृद्धि व प्रदेश के अधिकतर लघु एवं सीमान्त कृषकों को कृषि के साथ-साथ अन्य ऐसे अनुपूरक व्यवसाय जिनमें भूमि की ज्यादा जरूरत न हो के लिए वैज्ञानिक पद्धाति से मधुमक्खी पालन बेहतर विकल्प हो सकता है। वैज्ञानिक पद्धाति से मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उ0प्र0 द्वारा मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण केन्द्रों जनपद, सहारनपुर, बस्ती एवं प्रयागराज में दीर्घकालीन मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है। इन प्रशिक्षण केन्द्रों पर इच्छुक कृषकों को तीन माह के 90 दिवसीय प्रशिक्षण की निःशुल्क व्यवस्था उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा की गयी है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रशिक्षार्थियों को रहने एवं खाने की व्यवस्था स्वयं करनी होगी। यह जानकारी देते हुए जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ ने बताया कि औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र सहारनपुर, बस्ती एवं अधीक्षक राजकीय उद्यान प्रयागराज में 16 सितम्बर से 15 दिसम्बर 2019 तक संचालित होने वाले 90 दिवसीय प्रशिक्षण सत्र के लिए इच्छुक महिला एवं पुरूष संयुक्त निदेशक, औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र बस्ती/अधीक्षक राजकीय उद्यान प्रयागराज से सम्पर्क कर निर्धारित रूप पत्र पर दिनांक 16 सितम्बर 2019 तक आवेदन कर सकते है। आवेदकों के लिए शैक्षिक योग्यता कक्षा 08 उत्तीर्ण अनिवार्य है। आवेदन पत्र के साथ दो सभ्रांत व्यक्तियों या राजपत्रित अधिकारियों द्वारा प्रदत्त चरित्र प्रमाण-पत्र भी प्रस्तुत करना होगा।
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