बहराइच 20 जुलाई। जनपद में संभावित बाढ़ से बचाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा व प्रदेश की राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व एवं वित्त (एमओएस) श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों के लिए ऐसी प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें जिससे जन-धन की हानि कम से कम हो। मंत्री द्वय ने कहा कि बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्यो में जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों की ओर से अधिकारियों को हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा। आपदा व राहत के कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आयेगी। मंत्री द्वय ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बचाव एवं राहत कार्यों की कार्ययोजना तैयार करते समय छोटी से छोटी बातों पर भी ध्यान दिया जाये। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जो भी सम्पर्क मार्ग हैं बाढ़ से पूर्व उनकी आवश्यक मरम्मत का कार्य पूर्ण कर लिया जाय ताकि राहत व बचाव कार्यांे के संचालन में किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो। बैठक के दौरान निर्देश दिया कि बाढ़ के दौरान वितरित होने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता उच्च मानकों की होनी चाहिए। सभी ज़रूरतमन्दों को समय से त्वरित राहत पहुॅचायी जाये। बाढ़ के दौरान नावों इत्यादि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए यह भी देखा जाय कि दन पर क्षमता से अधिक लोग सवार न हो। बैठक के दौरान सहकारिता मंत्री श्री वर्मा ने तटबन्धों की सुरक्षा तथा बाढ़ व कटान से प्रभावित होने वाले ग्रामों की सुरक्षा के सम्बन्ध में की गयी तैयारियों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने जरवल कस्बा में सड़कों की आवश्यक मरम्मत कराये जाने का भी निर्देश दिया। श्रीमती जायसवाल ने नगर में बारिश के पानी की जल निकासी के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर इसे दूर कराये जाने का निर्देश दिया। सांसद बहराइच अक्षयवर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नेपाल से आने वाली नदियों के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर लें ताकि शासन स्तर से माॅग किये जाने पर उन्हें प्रस्तुत किया जा सके। सांसद बहराइच ने मिहींपुरवा क्षेत्रान्तर्गत कटान से प्रभावित होने वाले 06 ग्रामों के सम्बन्ध में की गयी कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। बैठक के दौरान विधायक महसी सुरेश्वर सिंह ने निर्देश दिया कि कटान प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर तत्काल सहायता देने की तैयारी कर ली जाय। श्री सिंह ने स्थानीय नावों को आवश्यक मरम्मत कराकर उन्हें तैयार रखने, पशुओं के संरक्षण को महत्व देने के साथ-साथ लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि जल भराव वाले स्थानों पर सीसी रोड व केसी ड्रेन का निर्माण कराया जाय। बाढ़ पूर्व की गयी तैयारियों की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने बताया कि बाढ़ पूर्व तैयारियों के सम्बन्ध में जिला स्तरीय अधिकारियों व स्टेयरिंग ग्रुप तथा तहसील स्तर पर बैठकें कर ली गयी हैं। जनपद में 18 जुलाई को सफलतापूर्वक बाढ़ से बचाव का पूर्वाभ्यास भी सम्पन्न हो गया है। ग्राम स्तर पर बैठकंे कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। श्री कुमार ने बताया कि जनपद में बाढ़ से तहसील मिहींपुरवा के 106 ग्राम, नानपारा के 42, महसी के 65 व कैसरगंज के 38 कुल 04 तहसीलों के 251 ग्राम प्रभावित होते हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि संभावित बाढ़ से निपटने के लिए 48 बाढ़ चैकियों, 50 लंगर स्थल व 49 राहत वितरण केन्द्र का चयन करके प्रभारी नियुक्त कर दिये गये हैं। जनपद में 02 मोटर बोट, ग्रामसभा की 157 व 398 निजी नावें हैं जिनका सत्यापन कर लिया गया है। जिले में 133 गोताखोर हैं जिनके सम्पर्क सूत्र एवं नामों की सूची तैयार कर ली गयी है। अर्ली वार्निंग हेतु एक वाट्सएप ग्रुप बना लिया गया है जिसमें जनपद के आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित सभी अधिकारियों को जोड़ दिया गया है। बाढ़ बचाव कार्य हेतु 11वीं बटालियन एनडीआरएफ से बचाव कार्य हेतु 02 टीम की माॅग कर ली गयी है। श्री कुमार ने बताया कि पी.ए.सी. 26वीं बटालियन गोरखपुर की 01 प्लाटून आवश्यक उपकरणों के साथ बलभद्र सिंह इण्टर कालेज ऐरिया में कैम्प कर रही है। जिनके पास 03 अदद रबर व 01 अदद एल्यूमिनियम मोटर बोट, 12 लाईफ ब्वाय, 24 जैकेट, 08 अदद रस्से व 01 अदद जाल है। जनपद में बाढ़ से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है जिसके वारिसान को रू. 04 लाख की अनुग्रह सहायता की धनराशि स्थानान्तरित की गयी है। जबकि नदी कटान से पीड़ित 116 व्यक्तियों में से 94 व्यक्तियों को अनुग्रह गृह अनुदान के रूप में 3,85,400=00 की धनराशि स्थानान्तरित की जा चुकी है। बैठक के दौरान पुलिस विभाग द्वारा की गयी तैयारियों का विवरण प्रस्तुत करते हुए पुलिस अधीक्षक डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि संभावित बाढ़ के दौरान लोगों को गुड पुलिसिंग व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी तथा विभाग की ओर से राहत एवं बचाव कार्यों में हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा। बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों की ओर से प्राप्त होने वाले सुझावांे का स्वागत करते हुए अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा ने कहा कि जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं उन्हें कार्ययोजना में शामिल किया जायेगा। बैठक के अन्त में जिलाधिकारी ने सभी जनप्रतिनिधियों का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर विधायक नानपारा श्रीमती माधुरी वर्मा, सहकारिता मंत्री के प्रतिनिधि गौरव वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह व आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदारगण मौजूद रहे।
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