बहराइच 21 अप्रैल। मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) कार्यक्रम अन्तर्गत बहराइच-भिनगा मार्ग पर स्थित सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल में भव्य मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि जिला निर्वाचन अधिकारी शम्भु कुमार ने मतदाता जागरूकता सन्देशों से सुसज्जित गुब्बारों को खुले आकाश में छोड़कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी विजय कुमार मिश्रा, विद्यालय के प्रबन्धक पंकज अग्रवाल व रनीश जैन, प्रधानाचार्या हेमलता तिवारी सहित विद्यालय का शिक्षण स्टाफ, छात्र-छात्राएं व अभिभावक मौजूद रहे।
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा मतदाता जागरूकता से सम्बन्धित गीत ‘‘लोकतन्त्र का पावन त्यौहार आ गया है, चलों सब साथ चलेंगे, अपना मतदान करेंगे’’ प्रस्तुत किया तत्पश्चात लोकतन्त्र के महत्व को दर्शाते हुए नुक्कड़ नाटक की आकर्षक प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम की खास बात यह रही कि जागरूकता कार्यक्रम के दौरान विद्यालय द्वारा तैयार किये गये पावर प्वाईन्ट प्रज़ेन्टेशन के माध्यम से मौजूद लोगों को लोकतन्त्र, निर्वाचन, मतदान तथा एक वोट के महत्व पर जानकारी प्रदान की गयी तथा सभी लोगों से अपील की गयी कि आगामी 06 मई को शत-प्रतिशत मतदान करें।
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने मौजूद बच्चों को एक वोट का महत्व समझाने के लिए एक कहानी का सहारा लिया। जिलाधिकारी ने बच्चों को बताया कि एक राज्य में पैदा होने वाले बच्चे बहुत कमज़ोर होते थे जिस बात से वहाॅ का राजा बहुत चिन्तित था। राजा की चिन्ता को देख राजवैद्य ने कहा कि महाराज इसका इलाज उसके पास हंै। वैद्य द्वारा दिये गये सुझाव पर राजा ने आदेश दिया कि बच्चे जो एक ग्लास दूध रोज़ अपने घर में पीते है वह दूध शहर के चैराहे पर स्थित एक बड़े से बर्तन में सभी लोग डालेंगे। जब राज वैद्य उसमें औषधि मिला देंगे तो सभी बच्चे अपने-अपने हिस्से का 01-01 ग्लास दूध पी लेंगे। दूसरे दिन जब राजा और राज वैद्य के सम्मुख उस बर्तन को खोला गया तो उसमें दूध के स्थान पर पानी था।
इसका कारण स्पष्ट करते हुए जिलाधिकारी ने बच्चों को बताया कि एक व्यक्ति की तरह शहर के सभी लोगों ने यह सोच लिया था कि, सभी लोग तो दूघ डालेंगे यदि वह अपने हिस्से के दूध के स्थान पर पानी डाल देंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बस इसी से मिलती जुलती कहानी हमारे मतदान की है। हमें यह कदापि नहीं सोचना है कि ग्राम, शहर, प्रदेश व देश के सभी लोग तो वोट डालेंगे, एक हमारे वोट न डालने से क्या फर्क पड़़ने वाला है। लोकतन्त्र के महापर्व में 01-01 वोट का महत्व है। देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम अपने मत के महत्व को समझें और मतदान अवश्य करें।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से अपील की कि सभी लोग अपने मत का मूल्य समझंे। वोट के मूल्य को समझाने के लिए जिलाधिकारी ने बच्चों को एक दूसरी कहानी सुनायी। जिलाधिकारी ने बताया कि देश के प्रसिद्व उद्योगपति व समाजसेवी भारत रत्न जे.आर.डी. टाटा के एक मित्र का पेन अक्सर खो जाया करता था। जब यह बात टाटा साहब की जानकारी में आयी तो उन्होंने अपने मित्र को सुझाव दिया कि बाज़ार से जाकर अपने लिए सबसे मंहगा पेन खरीद कर ले आओ। कुछ समय बीत जाने के बात टाटा ने अपने मित्र से पूछा आपके पास पेन है या खो गया है। मित्र ने बताया कि इतने मंहगे पेन को मैं आसानी से नहीं खोने दूॅगा। इसी प्रकार हम सभी लोगों को भी अपने एक-एक वोट की कीमत को समझना होगा और व्यर्थ में बर्बाद नहीं करना है।
जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार ने जनपदवासियों से अपील की कि 06 मई 2019 को सभी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें ताकि लोकतन्त्र की परीक्षा में हम डिक्टेशन माक्र्स के साथ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो सकंे। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरूकता से सम्बन्धित कार्यक्रमों में जनपदवासियों विशेषकर युवा वर्ग व छात्र-छात्राओं की पूरे जोश के साथ उपस्थिति से जिला प्रशासन को बड़ी ऊर्जा प्राप्त हो रही है। कार्यक्रम के अन्त में प्रधानाचार्या हेमलता तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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