इटावा में मनाई बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती
-प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अर्पित की श्रद्धांजलि, जीवनी और विचारों पर डाला प्रकाश
इटावा में सभी वामपंथी विचारधारा के जन संगठनों और सीपीआईएम ने सोमवार को संयुक्त रूप से संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134 वीं जयंती धूमधाम के साथ मनाई। बाबा साहब के विचारों और जनहित में किए गए उनके कार्यों पर प्रकाश डाला।
सीटू महामंत्री मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि सुबह साढ़े सात बजे सभी वामपंथी और अंबेडकरवादी विचारधारा को मानने वाले जन संगठन, मजदूर, किसान, शिक्षक नेता गैंता रोड स्थित मजदूर-किसान भवन में एकत्रित हुए। यहां से रैली के रूप में अम्बेडकर सर्किल पहुंचे। जहां बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर अमर रहे, संविधान बचाओ-देश बचाओ, कौमी एकता जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए। साथ ही बाबा साहब की 134 वीं जयंती पर वर्तमान हालात से लड़ने की शपथ लेते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म उस दौर में हुआ जब हमारे वर्ग को पढ़ने, लिखने और बोलने का अधिकार नहीं था। उनका जन्म आज के ही दिन 14 अप्रैल 1891 को महू चाउनी महाराष्ट्र में एक गरीब परिवार में हुआ था। जिन महान व्यक्तित्व के धनी बाबा साहब की बदौलत आज हमें पढ़ने, लिखने और बोलने का अधिकार मिला है, उन्होंने जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए हमें इस मनुवादी व्यवस्था से छुटकारा दिलाया है। इस दबे कुचले समाज को बराबर का अधिकार दिलाने के लिए बहुत संघर्षों के बाद भारत के इस पवित्र ग्रन्थ संविधान का निर्माण करके बाबा साहब ने कानून व्यवस्था लागू कराने का काम किया। इसी की वजह से आज हम सब उनकी 134 वीं जयंती मना रहे हैं।
एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत
वक्ताओं ने कहा क् इस समय बाबा साहब के संविधान पर खतरा बढ़ रहा है। उसे खत्म करने की साजिश रची जा रही है। लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। बाबा साहब और उनके विचारों से नफरत करने वाले उनकी प्रतिमाओं को तोड़ने का काम कर रहे हैं। देश में आजादी के 75-76 साल बाद भी दलितों, पिछडों, महिलाओं पर कई प्रकार के अत्याचार हो रहे हैं। दलितों को घोड़ी पर बैठने और मूंछें रखने पर मारा पीटा जाता है। आज भी कामगार महिलाओं, छात्राओं के खिलाफ बलात्कार और हत्या जैसे अपराध किए जा रहे हैं। इन्हीं का सबसे अधिक शोषण किया रहा है। मजदूरों, किसानों और आमजन के अधिकारों को छीना जा रहा है। इन सब के खिलाफ हमें एकजुट होकर संघर्ष करने और बाबा साहब के विचारों को हर उस घर तक ले जाने की आवश्यकता है, जिनको बाबा साहब के इस संविधान की वजह से सम्मान मिला है। वक्ताओं ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की 134 वीं जयंती पर सब को संविधान की रक्षा कर लोकतंत्र को बचाने के लिए चल रहे संघर्ष को तेजी से आगे बढ़ाने की शपथ भी दिलवाई।
प्रतिमा स्थल पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग
शिक्षक नेता बाबूलाल बलवानी, सीपीआईएम के नेता मुकुट बिहारी जंगम, नौजवान सभा के रमेशचंद महावर, सीटू यूनियन के अध्यक्ष देवीशंकर महावर, शिक्षक संघ शेखावत उपशाखा इटावा के अध्यक्ष कालूलाल मीणा, हेमराज बैरवा, युवा नेता एवन कुमार बैरवा, किसान नेता कमल बागड़ी ने सभा को सम्बोधित करते हुए आमजनता से अम्बेडकर सर्किल स्थित बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के पास हो रहे अतिक्रमण को हटवा कर वहां सौंदर्य करण करवाने का आह्वान किया। ताकि बाबा साहब की प्रतिमा के पास किसी प्रकार की गंदगी का ढेर नहीं लगे। अगर उपखण्ड प्रशासन इस आह्वान को संज्ञान में नहीं लेता है तो इटावा में एकजुट होकर धरना -प्रदर्शन की चेतावनी दी गई।
श्रद्धांजलि सभा में ये रहे मौजूद
आयोजित श्रद्धांजलि सभा में निर्माण मजदूर यूनियन सीटू के सचिव प्रेम पेंटर, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार, रामचंद्र महावर, रवि प्रकाश, देवी शंकर, भरत नायक, शिक्षक संघ शेखावत के गजानंद, धनराज मीणा, छीतर लाल बैरवा, सूरजमल बैरवा, महावीर मीणा, समीउल्लाह खां, रामनिवास बैरवा, अशोक कुमार, रामकुंवार महावर, चेतन प्रकाश मीणा सहित कई सदस्य मौजूद रहे।
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