बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर 58 वें दिन भी जारी रहा जेके मजदूरों का धरना
बकाया भुगतान की मांग को लेकर कोटा कलेक्ट्रेट पर 18 फरवरी से चल रहा जेके फैक्ट्री के मजदूरों का धरना बुधवार को 58 वें दिन भी जारी रहा।
सीटू के मीडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि 58 वें दिन के धरने का संचालन कॉमरेड अशोक सिंह ने किया।
मजदूर नेता कामरेड उमाशंकर, कामरेड नरेंद्र सिंह, कामरेड कालीचरण ने कहा कि बीजेपी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के कारण पिछले 58 दिन से कोटा का मजदूर इस कोटा कलेक्टर के सामने अपने खून पसीने की कमाई के लिए संघर्ष कर रहा है। जेके फैक्ट्री के बन्द होने के 27 साल बाद भी सरकार की तरफ 4200 मजदूरों का 250 करोड़ से अधिक का वेतन बकाया है, जो मय ब्याज के 500 करोड़ से अधिक का हो चुका है। जबकि 2 साल से अधिक समय से मजदूरों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है। सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करवाने की मांग के साथ मजदूर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन सरकार की नजर जेके की बेशकीमती जमीन पर है जिसे वो अपने कॉरपोरेट मित्रों और भूमाफियाओं में बांटना चाहती है। जब तक सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू कर 4200 मजदूरों का बकाया वेतन जो 27 साल का ब्याज मिलाकर 500 करोड़ बनता है, साथ ही धरने में खर्च होने वाली राशि जो 5 हजार रूपए रोजाना के हिसाब 500 करोड़ में जोड़कर नहीं दे देती और फैक्ट्री की मशीनों को चोरी कर खुर्द-बुर्द करने वाले अराफात पर ठोस कार्यवाही कर जेल नहीं भेज देती धरना जारी रहेगा। मजदूर नेताओं ने कहा कि अभी तक कोई सुनवाई नहीं होने से मजदूरों राज्य सरकार के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है।
58 वें दिन धरने को इन्होंने किया संबोधित
मीडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि 58 वें दिन धरने को कामरेड गोपाल शर्मा, हनुमान सिंह, सतीश, सलाम भाई, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, हुसैन मोहम्मद मंसूरी, यार मोहम्मद, ओमप्रकाश पाल, मंगलसिंह ने आदि नेताओं ने सम्बोधित किया।
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