बहराइच। बहराइच के ग्रामीण इलाकों में आए दिन जल भराव से मुख्य मार्ग बाधित रहता इसका मुख्य कारण नालियों और तालाबों में कचरा जम जाने के कारण होता है। एसा ही कुछ हाल ग्राम पंचायत जौहर ब्लाक चित्तौरा की है जिसमें गांव की लगभग सारी नालियों में कचरा भर गया है और इस पर न तो गांव के प्रधान ध्यान देते हैं और सफाईकर्मी का तो कोई पता नहीं है एसे में लगता है कि सरकार ने जो करोड़ों रुपए स्छता अभियान जैसी योजना पर खर्च करती है वह सब सिर्फ कागजों पर ही होता है हकिकत में कुछ भी नहीं है। गांव में भी लाखों रुपए खर्च किए जा स्छता के नाम पर लेकिन
हकिकत तो बयान कर रही है गांव की नालियों। हमारी सरकार भी कभी गांव के सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं देते इस लिए सफाई के नाम पर जो पैसा सरकार देती उसका सफाईकर्मी और ग्राम प्रधान से लेकर अधिकारी बंदरबांट कर लेते हैं सफाई सिर्फ कागजों पर होकर रह जाती है जबकि नालियों की सफाई न होने के कारण उसमें मलेरिया जैसी बिमारि उत्पन्न करने वाले डेंगू मच्छर उत्पन्न हो जाते हैं और मलेरिया जैसी बिमारि लोगों को हो जाता है लेकिन दुर्भाग्य हमारे देश यही है कि नौकरशाहों और नेताओं की गलतियां की कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ती है एसे में अगर कोई आवाज उठाता भी हैं तो पुरी कोशिश होती उसकी आवाज को दबाने लिए लेकिन कबतक ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार होता रहेगा।
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