बहराइच। उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले के होटल में काम करने वाला एक नेपाली युवक छ: दिनों बाद पैदल चलकर भारत नेपाल सीमा रुपईडीहा पहुंचा। बात करने पर नेपाली ने बताया कि वह बस्ती में एक चाइनीज़ होटल में काम करता था। सुर्खेत जिले के बगेजोड़ा पंचपुरी वार्ड नंबर छ: के रहने वाले प्रेम परिहार बताया लॉकडॉउन की जानकारी होने पर होटल मालिक गुजरात चला गया वह गुजरात का ही रहने वाला है हमारा 4 महीने का वेतन भी उसने नहीं दिया। बस्ती से रुपईडीहा पहुंचने में मुझे 6 दिन लगे जिसमें रास्ते में मिले सुरक्षा बल पुलिसकर्मियों ने हमारी काफी मदद की और खाने-पीने की व्यवस्था रास्ते भर कराते रहे, बात करने पर उसने बताया कि उसकी पत्नी बीमार है और बचपन में ही उसके मां-बाप का स्वर्गवास हो गया था इस कारण उसे जीवन यापन करने के लिए बस्ती में काम करना पड़ रहा है 4 महीने का वेतन अगर मिल जाता तो हमारे लिए अच्छा होता वह बेहोशी की हालत में रुपईडीहा में पड़ा हुआ था स्थानीय लोगों ने जलपान कराकर इससे उक्त जानकारी ली तो उसने उक्त जानकारी साझा की। रुपईडीहा में लगे स्वास्थ्य कैम्प व प्रभारी निरीक्षक रुपईडीहा को जानकारी देने पर उन्होंने उसे चौदह दिनों के लिए नानपारा के गुरगुट्टा आइसोलेशन कैम्प में भेज दिया गया है जहां पर इनकी रहने व भोजन आदि की व्यवस्था की जाएगी।
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