बहराइच जिले :में वन्य जीव प्रभाग में हर साल लगभग 30 प्रकार के जलीय पक्षी पहुंचकर अपना बसेरा बनाते हैं। 15 अक्तूबर से 15 मार्च के मध्य इन दुर्लभ प्रवासी पक्षियों का नजारा बेहद रोमांचित कर देने वाला होता है। इन पक्षियों में सुर्खाब, लालसर के बड़े- बड़े झुंड, सींकपर, नीलसर, डबारू बतख, बेखुर बतख, तिदारी बतख आदि विदेशी पक्षियों का दीदार करने के लिए पयर्टक कतर्नियाघाट के सुरम्य वन क्षेत्र पहुंचते रहते हैं।
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कतर्नियाघाट रेंज परिसर में रविवार को विश्व आर्द्रभूमि दिवस व बर्ड वाचिंग डे मनाया गया। जिसमें स्कूली बच्चों ने भी प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का आयोजन कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग की ओर से किया गया। जिसमें कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब एवं एसओएस टाईगर सहयोगी रहे। अध्यक्षता कर रहे दुधवा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने स्कूली बच्चों को चिड़ियों के नाम व उनके प्रजाति रहन सहन उनके खान पान के बारे में बताया। कहा कि धरती पर पानी एक अहम तत्व है, और लोगों में उसके प्रति जागरूकता होना जरूरी है। एफडी ने बताया कि पूरे तंत्र में जो आद्रभूमि कि उपयोगिता है। उसके प्रति समझ विकसित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
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