Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Saturday, April 26, 2025 6:40:31 AM

वीडियो देखें

बलरामपुर : में एजे ने नवनिर्मित न्यायालय का लिया जायजा

बलरामपुर : में एजे ने नवनिर्मित न्यायालय का लिया जायजा
/ से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार शबनम सिद्दीकी की रिपोर्ट

बलरामपुर : में शनिवार को प्रशासनिक न्यायमूर्ति (एजे) डीके उपाध्याय ने जिले में आकर न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं के साथ वार्ता की। नवनिर्मित न्यायालय भवन का जायजा भी लिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि न्यायालय परिसर में स्थित बाग में लगे पेड़ों को कटवाने के लिए डीएफओ से कहा गया है। पेड़ कटने के बाद उस स्थान पर अधिवक्ताओं के बैठने के लिए स्थाई चैम्बर का निर्माण कराने का प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि तब तक के लिए कोर्ट परिसर के भीतर पड़ी भूमि के कुछ हिस्से पर अधिवक्ता अपना अस्थाई निर्माण करके कार्य शुरू कराएं। इसी पर अधिवक्ताओं ने सहमति जताई।
कलेक्ट्रेट के पास दीवानी न्यायालय भवन बना है। 33 करोड़ की लागत से बने इस न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। जिससे वकीलों में आक्रोश था। अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल लखनऊ जाकर प्रशासनिक न्यायमूर्ति डीके उपाध्याय से मिला था। प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने बलरामपुर आकर मामले का समाधान करने का आश्वासन दिया था। इसी क्रम में शनिवार करीब चार बजे शाम को श्री उपाध्याय बलरामपुर पहुंचे। उन्होंने जिला जज सहित अन्य न्यायिक अधिकारियों से वार्ता की। इसके पश्चात नवनिर्मित भवन का जायजा लेने चले गए। वहां से वापस लौटने के बाद प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने वकीलों से कहा कि नवनिर्मित भवन के बगल में अधिवक्ताओं के बैठने के लिए पुराना भवन बना है। जिसके मरम्मत के लिए प्रशासन से कहा गया है। जल्द ही मरम्मत कार्य शुरू हो जाएगा। तब तक के लिए अधिवक्ता पुराने भवन के सामने पड़ी जमीन पर अस्थाई निर्माण कर काम शुरू कर सकते हैं। जिस पर वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार श्रीवास्तव, जिला बार संघ अध्यक्ष सत्यदेव तिवारी व अन्य अधिवक्ताओं ने विरोध जताया। कहा कि पुराने भवन से नवनिर्मित न्यायालय की दूरी इतनी अधिक है कि वहां तक पहुंचने में कई मुकदमे खारिज हो जाएंगे। वहां बैठना अधिवक्ताओं के लिए सम्भव नहीं है।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *