बलरामपुर जिले : गरीबों को इस कड़ाके की ठंड में रात गुजारनी भारी पड़ रही है। ठंड से कांपते गरीबों को अपनी छत नसीब नहीं हो सकी है। खुली छत व पालीथीन के नीचे ठिठुरते हुए गरीबों को रात गुजारनी पड़ती है। नगर में 24 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत दूसरी किश्त सात माह बाद भी नहीं मिल सकी है।
नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लगभग 24 लोगों का चयन किया गया था। पहली किश्त पाने के बाद मकान की दीवार व छत गिरा चुके दो दर्जन से अधिक लाभार्थियों के परिवार ठंड में जैसे तैसे दिन तो गुजार लेते हैं रात काटनी भारी पड़ रही है। मोहल्ला आर्यनगर निवासी भगवानदीन कश्यप का कहना है कि कई दिनों से जारी ठंड से जनजीवन पूरी तरह अव्यवस्थित है। सुभाषनगर निवासी लाभार्थी मोहम्मद रईस, कम्मो, शमशाद बेग, कमरूद्दीन, मैनुद्दीन ने बताया कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत उन्हें पहली किश्त 50 हजार रुपए 27 जून 2019 को मिली थी। पहली किस्त मिलने के बाद नींव का काम हो पाया है। दूसरी किश्त न मिलने से मकान का निर्माण अधर में लटक गया है। ठंड में छोटे छोटे बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। इस संबंध में उपजिलाधिकारी अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि दूसरी किश्त के लिए विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। शीघ्र लाभार्थियों को दूसरी किश्त दिलाई जाएगी।
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