बहराइच जिले : में सशस्त्र सीमा बल की 42वीं बटालियन की रुपईडीहा बॉर्डर आउट पोस्ट के जवानों ने नेपाली मानव तस्कर के चंगुल से दो किशोरी को मुक्त कराया है। बरामद किशोरियों को तस्कर गुजरात के अहमदाबाद ले जा रहा था। किशोरियों व तस्करों को नेपाली स्वयंसेवी संगठन व नेपाली पुलिस के हवाले कर दिया है।
सशस्त्र सीमा बल 42वीं बटालियन के उप कमांडेंट शैलेश कुमार ने बताया कि रुपईडीहा बार्डर आउट पोस्ट पर तैनात मुख्य सिपाही विनीत कुमार सिंह, सिपाही संतोष कुमार, सुभाष वर्मा सरहद पर सोमवार रात गश्त पर थे। इस दौरान नेपाल से रिक्शे पर दो नेपाली किशोरियों के साथ आ रहे एक नेपाली युवक को शक के आधार पर रोका। पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब न दे पाने व घबराने पर इसकी सूचना चौकी प्रभारी सहायक कमांडेंट लालजी गरवा को दी गई। चौकी प्रभारी ने सीमा पर सक्रिय नेपाल एनजीओ के हसन फिरोज व देवेश अवस्थी को बुलाया उन्होंने युवक व किशोरी से नेपाली भाषा में गहन पूछताछ की।
किशोरियों की पहचान नेपाल के सल्यान जिले के दभाचौर गौरी, वार्ड नम्बर 2 निवासिनी 14 वर्षीय एंजेला पुत्री उपेंद्र कुमार व 17 वर्षीय रत्ना कला ठाकुरी पुत्र मोती ठाकुरी पूछताछ में पता चला कि नेपाल से गुजरात के अहमदाबाद भारी भरकम पगार पर नौकरी के नाम पर उन्हें ले जाया जा रहा है। उनके पास किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं थे। किशोरियों के परिजनों से मोबाइल से बातचीत करने पर पता चला कि उन्हें अहमदाबाद जाने की कोई जानकारी नहीं है।
मानव तस्करी की शंका होने पर दोनों बालाओं को संरक्षण में लिया गया। तस्कर को हिरासत में एनजीओ नेपाल शक्ति समूह के सुपुर्द कर दिया गया। तस्कर को नेपाल के बांके जिला मुख्यालय नेपालगंज की जमुनहा पुलिस चौकी इंचार्ज माधव रिजाले के सुपुर्द कर दिया गया।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






