फखरपुर। ग्राम पंचायत घासीपुर, परशुरामपुर, खालिदपुर,फखरपुर, माधवपुर आदि ग्राम पंचायतों से मिलकर बना फखरपुर कस्बा। परंतु खेद का विषय है कि फखरपुर कस्बे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ब्लॉक मुख्यालय तक एक भी सुलभ शौचालय नहीं है जिससे कि यहां पर आवागमन करने वाले हजारों यात्रियों को रोज शौच व लघुसंका के लिए सड़क के पटरियों पर भटकना पड़ता है। गौरतलब है कि वर्ष 1995 में क्षेत्रीय विधायक अरुण वीर सिंह ने बायोगैस द्वारा संचालित शौचालय का निर्माण कराया था जो कि सड़क चौड़ीकरण के दौरान तोड़कर नष्ट कर दिया गया तब से लेकर आज तक फखरपुर कोई शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है जिससे कि यात्रियों व दूर दराज से आए लोगों को शौच के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। साथ ही सड़क के दोनों पटरियों पर मल मूत्र का अंबार लगा हुआ है। पत्रकार श्री सईद खान ने अपनी कलम के माध्यम जिम्मेदारों को कई बार इस सार्वजनिक समस्या से अवगत कराया और क्षेत्रीय लोगों ने भी सरकार के जिम्मेदारों से फखरपुर में सार्वजनिक सुलभ शौचालय बनवाए जाने की मांग कई बार की परंतु नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा फखरपुर में शौचालय न बनने से सरकार द्वारा चलाए जा रहे खुले में शौच की प्रथा की धज्जियां फखरपुर ब्लॉक मुख्यालय से ही उड़ रही हैं शर्म की बात है कि फखरपुर ब्लॉक स्तर के आलाधिकारियों सहित क्षेत्रीय नेता इस विषय को संज्ञान में न लेते हुए शौचालय का निर्माण नहीं करवा रहे हैं जिससे कि फखरपुर राजमार्ग के आसपास में भारी गंदगी मल-मूत्र आदि फैला हुआ है जो कि संक्रामक रोगों को दावत दे रहा है करीब 40 हजार आबादी वाले फखरपुर कस्बे में कम से कम एक सुलभ शौचालय का निर्माण कराया जाना अति आवश्यक है जिससे कि स्थानीय लोगों सहित आने जाने वाले राहगीरों शौच क्रिया के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर ना हो।
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