बहराइच। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा व सुशील चंद्रा के संयुक्त हस्ताक्षर से निर्वाचन प्रचार अभियान में पर्यावरण-अनुकूल सामग्री का प्रयोग करने की अपील की गयी है। उल्लेखनीय है कि आयोग ने 26 फरवरी 2019 को सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से यह बात जोर देकर कही थी कि वे निर्वाचन में प्रचार सामग्री के रूप में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें। निर्वाचन प्रचार के दौरान पोस्टर, बैनर, कट-आउट, होर्डिंग, विज्ञापन, कटलरी, पानी पीने के पाउच/बोतल में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग से सम्पूर्ण पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है जो विशेष रूप से मनुष्यों एवं पशुओं के स्वास्थ्य को दुष्प्रभावित करता है। यह स्थिति सभी के सक्रिय सहयोग से बदली जा सकती है। अपील के माध्यम से आयोग द्वारा कहा गया है कि परंपरागत रीतियों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के ऐसे पर्यावरण अनुकूल विकल्प मौजूद है जिनका निर्वाचन प्रचार अभियान के लिए उपयोग किया जा सकता है। एक जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते, आपसे यह आशा की जाती है कि अब से निर्वाचनों के प्रयोजनार्थ किसी भी रूप में सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न किया जाए। किसी भी रूप में सिंगल यूज प्लास्टिक से अपने पर्यावरण को मुक्त रखने के लिए हमें सामूहिक संकल्प लेना चाहिए। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों/अभ्यर्थियों, निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचकों से अनुरोध किया है कि देश को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें।
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