बहराइच 09 अगस्त। नीति आयोग के स्वास्थ्य सलाहकार आलोक कुमार ने वृहस्पतिवार को देर शाम जिले के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान नीति आयोग द्वारा आकांक्षात्मक जनपदों के लिए निर्धारित प्रमुख सूचकांकों शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, वित्तीय समायोजन, कौशल विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कृषि सेक्टर आदि की समीक्षा के दौरान कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर, ब्रांडिग तथा मैनपावर के क्षेत्र में अच्छा कार्य हुआ है। परन्तु स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा के क्षेत्र में और प्रयास की आवश्यकता है। पोषण सूचकांक में सुधार के दृष्टिगत श्री कुमार ने माडल वीएचएसएनडी दिवस को प्रभावी ढंग से आयोजित कराये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि ड्यू लिस्ट के अनुसार शत-प्रतिशत महिलाओं एवं बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि हमें न्यू बार्न बेबी तथा धात्री महिलाओं पर फोकस करना होगा। पोषण के लिए आवश्यक है कि डायरिया जैसे रोग के प्रभावी नियंत्रण के उपाय किये जायें। उन्होंने कहा कि हमें लोगों को न्यूट्रीशन डाइट के बारे में जागरूक करना होगा। इसके लिए बेहतर होगा कि डोर-टू-डोर जाकर लोगों को पोषण के प्रति जागरूक किया जाय, ताकि लोग स्वयं पोषण के प्रति सजग रहें। इससे कुपोषण को दूर करने में मदद मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाये जाने के उद्देश्य से श्री कुमार ने क्वालिटी एजुकेशन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए सुझाव दिया कि कलस्टर के रूप में न्याय पंचायत स्तर पर जनपद के कम से कम 500 विद्यालयों को चिन्हित कर बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध करायी जाय। इस अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एडीटी प्रोग्राम अश्विन देशमुख, आपरेशनल हेड रूपेश सिंह, डीटीएम डा. पियूष नायक, एडीटीएम बालमुकुन्द शर्मा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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