बहराइच 30 जुलाई। राष्ट्रीय तम्बाकू नियन्त्रण कार्यक्रम अन्तर्गत रविवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुरेश सिंह की अध्यक्षता में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोंजन किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नोडल अधिकारी एन.सी.डी. सेल डा. वी.पी. वर्मा ने तम्बाकू से होने वाले नुकसान तथा तम्बाकू सेवन से बचने के उपायों तथा डा. पारितोष तिवारी ने कोटपा अधिनियम 2003 पर विस्तार डालते हुए लोगों से अपील की कि हमें स्वयं भी सजग होकर तम्बाकू के सेवन से परहेज़ करने के साथ-साथ अधिनियम के पालन का प्रयास करना होगा।
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प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सीएमओ डा. सिंह ने तम्बाकू से होने वाले कैंसर रोग की भयाहता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तम्बाकू से बने उत्पाद जैसे- पान मसाला, गुटखा आदि के सेवन से धीरे-धीरे मुँह का खुलना कम हो जाता है जिससे व्यक्ति को बोलने व खाने में परेशानी उठानी पड़ती है। यह मुँह के कैंसर का प्रारम्भिक लक्षण है। ऐसा लक्षण प्रतीत होने पर व्यक्ति को सजग होकर चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए तथा इस बात का प्रयास करना चाहिए कि अब वह तम्बाकू व दूसरे उत्पादों का सेवन न करे। डा. सिंह ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों से अपेक्षा की कि सभी लोग अपने-अपने स्तर से सामाजिक जागरूकता फैलाने का कार्य करंे। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जयन्त कुमार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. योगिता जैन व डा. राजेश कुमार, डी.एच.ई.आई.ओ. रवीन्द्र त्यागी, डिप्टी डी.एच.ई.आई.ओ. बृजेश सिंह एवं समस्त एन.सी.डी. सेल व क्लीनिक के कर्मचारी उपस्थित रहे।
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