बहराइच 04 मार्च। ग्रीष्म ऋतु को मद्देनज़र रखते हुए गर्म हवाओं एवं लू से बचाव के सम्बन्ध में जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, बहराइच की ओर से सुझाव जारी किये गये हैं। लोगों को सुझाव दिया गया है कि गर्म हवाओं व लू से बचने के लिए-पर्याप्त मात्रा में पानी/तरल पदार्थ जैसे छाछ, नींबू का पानी, आम का पना का उपयोग करें। हल्के रंग के सूती एवं ढीले कपड़े पहने एवं सर को ढक कर रखें तथा कड़ी धूप से भी बचें।
लोगों को सलाह दी गयी है कि यदि कमजोरी लगे, सिर दर्द हो, उल्टी महसूस हो, तेज पसीना और झटका जैसा महसूस हो, चक्कर आए तो तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें, यह लू लगने के लक्षण हो सकते हैं। लू से प्रभावित व्यक्ति को फौरन छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़े से पोछें अथवा नहलाएं तथा चिकित्सक से सम्पर्क करें। गर्मी के मौसम में बीमार और गर्भवती महिला कामगारों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए, विशेष तौर पर मध्यान्ह 12ः00 बजे से अपरान्ह 03ः00 बजे के बीच सूर्य के ताप से बचने हेतु बाहर जाने एवं कड़ी मेहनत से परहेज़ करें।
आमजन को यह भी सलाह दी गयी है कि यात्रा करते समय पानी साथ रखें, निर्जलीकरण से बचने के लिए ओ.आर.एस. का प्रयोग करें तथा स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान से होने वाले परिवर्तन के प्रति सर्तक रहें। बच्चों व पालतू जानवरों को कभी भी बंद वाहन में अकेला न छोडे़, जहां तक संभव हो घर में ही रहें और सूर्य के सम्पर्क से बचें, सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर ही रहें। गर्मी के मौसम में संतुलित, हल्का एवं नियमित भोजन करें, अधिक प्रोटीन वाले तथा बासी खाद्य पदार्थ को खाने से परहेज़ करें। आपात् स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण अवश्य लें तथा जानवरों को भी छाया में बांधे और उन्हे पर्याप्त पानी भी पिलाएं।