बहराइच 09 मार्च। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के अधीन ककरहा वन क्षेत्र के मझरा गाॅव निवासी 13 वर्षीय कु. रिंकी पुत्री किसान यादव घर से कुछ दूरी पर अपने मवेशियों हेतु चारा लेने बुधवार की सांय गई थी, किन्तु घर नहीं लौटी तो ग्रामीणों द्वारा खोजा गया तो वृहस्पतिवार की भोर में उसकी क्षत-विक्षत लाश मिली, इसके पश्चात मुर्तिहा थाने की पुलिस, राजस्व विभाग की टीम व वन विभाग की टीम मौके पर पहुॅची। यह जानकारी देते हुए प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि इस सम्बन्ध में नेशनल टाइगर कन्ज़र्वेशन अथारिटी द्वारा निर्गत स्टैण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर के तहत अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
श्री सिंह ने बताया कि नेशनल टाइगर कन्ज़र्वेशन अथारिटी द्वारा निर्गत स्टैण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर के तहत वृहस्पतिवार को ही वन विभाग द्वारा आस-पास छानबीन की गई, जिसमें गाॅव के आस-पास तेंदुआ के पगमार्क कई स्थानों पर देखे गये, जिसके कारण घटना स्थल व एक अन्य तेंदुआ मूवमेंट स्थल पर ट्रैपिंग केज लगवाया गया और चार इमेज ट्रैपिंग कैमरे लगाये गये हैं साथ ही ग्रामीणों में व्याप्त भय को दूर करने हेतु अधीनस्थ स्टाफ की ड्यूटी भी लगाई गई है।
डीएफओ श्री सिंह ने बताया कि मझरा सहित अन्य आस-पास के ग्रामों में बचाव हेतु जन-जागरूकता कार्यक्रम संचालित कर ग्रामीणों को जागरूक भी किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में वाइल्ड लाईफ ट्रस्ट आॅफ इण्डिया के पदाधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ बैठकें की जा रही है तथा गाॅव में सावधानी बरतने हेतु सुझावों के पैम्फलेट भी बाॅटे जा रहे हैं। इसके अलावा ग्राम में रजिस्टर पर सुझाव लिख कर लोगों को पढ़वाकर हस्ताक्षर करवाये जा रहे हैं तथा पटाखों का वितरण भी किया जा रहा है।
इसी प्रकार प्रभावित क्षेत्र में ककरहा, मुर्तिहा व सुजौली वन क्षेत्र के वनकर्मियों द्वारा काम्बिंग कर वन्य जीव को पकड़ने अथवा जंगल की ओर पुश करने की कोशिश की जा रही है। इस कार्य में सहयोग के लिए विभाग के 02 पालतू हाथियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। श्री सिंह ने बताया कि दुधवा टाईगर रिज़र्व के मुख्य वन संरक्षक एवं फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पाण्डेय की ओर से भेजी गयी टीम द्वारा ड्रोन कैमरे की मदद से तेंदुए की स्थिति का आंकलन करने का प्रयास भी किया जा रहा है।
डीएफओ कतर्नियाघाट श्री सिंह ने स्थानीय ग्रामीणों से अपील की है कि अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें, समूह में आयें-जायंे, घर के आस-पास उजाला रखें, वन विभाग की ओर से उपलब्ध कराये गये पटाखों को आवश्यकतानुसार दगायें, गन्ना काटने के पूर्व हाॅका अवश्य लगायें, एक व्यक्ति निगरानी रखे व लाठी डन्डा लिये रहें, हिंसक वन्य जीव दिख जाने पर अपना बचाव ज़रूर करें एवं अधिक परेशान न हों व स्थानीय वन कर्मियों को सूचना अवश्य दें, क्योंकि वन्य जीव आपकी दया के पात्र हैं।
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