बहराइच 28 फरवरी। जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय तथा वर्ष 2019 के प्रथम ‘‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान’’ की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने प्रधानमंत्री वन्दना योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि 70 प्रतिशत से कम उपलब्धि वाले प्रभारी चिकित्साधिकारियों को इस आशय की नोटिस जारी करें कि कार्यांे में सुधार लाकर शासन की मंशानुरूप उपलब्धि सुनिश्चित करायें। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर हाई रिस्क पे्रगनेन्सी (एच.आर.पी.) से सम्बन्धित पंजिका बनवाकर एचआरपी कैटेगरी की महिलाओं की जाॅच इत्यादि पूरी मेडिकल हिस्ट्री को दर्ज कराया जाये। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित एचआरपी पंजिका का सीएमओ स्वयं निरीक्षण करेंगे तथा अगली बैठक में सबसे से अच्छा और सबसे खराब रजिस्टर को प्रस्तुत भी किया जाय।
जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि एएनएम व आशा की बैठकों में इस आशय का उन्हें निर्देश दिया जाय कि वे गर्भवती व धात्री महिलाओं के बीच प्रसव पूर्व सभी प्रकार की जाॅचों, प्रसव के एक घण्टे तथा बच्चों को नियमित स्तनपान कराये जाने तथा महिलाओं एवं बच्चों के टीकाकरण के महत्व को बताया जाय। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव की सुविधा से आच्छादित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर एलसीडी की स्थापना कर स्तनपान के सम्बन्ध में उपलब्ध डाक्यूमेन्ट्री का प्रदर्शन कर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के बीच स्तनपान के महत्व को बताया जाय। मुख्य चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया कि जनपद के निजी चिकित्सालयों से संस्थागत प्रसव का पूरा विवरण प्राप्त किया जाय अन्यथा की स्थिति में उन्हें नोटिस जारी की जाय।
जिलाधिकारी ने वित्तीय प्रगति की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने अधीन कम से कम 10 स्वास्थ्य उप केन्द्रों का निरीक्षण कर वहाॅ पर संचालित कार्यों की प्रगति तथा उपलब्ध बजट के सदुपयोग को सुनिश्चित करायें। प्रजनन परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जननी सुरक्षा योजना के भुगतान में आ रही समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के समय ही लाभार्थियों के बैंक खाते, आधार नम्बर व मोबाइल नम्बर इत्यादि से सम्बन्धित सभी आवश्यक अभिलेख और जानकारी प्राप्त कर ली जाय ताकि समय आने पर धनराशि के प्रेषण में किसी प्रकार की समस्या न उत्पन्न हो। समीक्षा के दौरान जननी सुरक्षा योजना के भुगतान की प्रगति 83 प्रतिशत पाये जाने पर निर्देश दिया गया कि इसे बढ़ाकर कम से कम 93 प्रतिशत पर लाया जाये।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया कि स्वास्थ्य विभाग के माइक्रो प्लान को प्राप्त कर शिक्षकों के माध्यम से विद्यालयों में स्वास्थ्य टीमों के भ्रमण का सत्यापन कराया जाय। समीक्षा के दौरान पाया गया कि विद्यालयों के भ्रमण के लिए ब्लाक चित्तौरा में लगाये गये वाहन के खराब होने से कार्य प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति पर नाराज़गी जताते हुए सीएमओ को निर्देश दिया गया कि फर्म का पेमेन्ट रोके जाने के साथ-साथ एमओआईसी का भी वेतन रोकने की कार्यवाही की जाय। स्वास्थ्य टीम के विद्यालयों के भ्रमण के दौरान सहयोग न करने वाली आॅगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सेवासमाप्ति की नोटिस जारी करने की कार्यवाही की जाय।
एम्बुलेन्स सेवाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिया कि एम्बुलेन्स सेवाओं का सत्यापन कराते हुए यह सुनिश्चित करायें कि शासन की मंशानुरूप ज़रूरतमन्द सभी मरीज़ों को 102 व 108 एम्बुलेन्स की सेवाएं आसानी के साथ मिलती रहे। गृह आधारित शिशु देखभाल कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये गये कि क्षेत्र में किसी भी आशा के पास खराब थर्मामीटर नहीं होने चाहिए।
बैठक के दौरान राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय क्षय व कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, आशा योजना इत्यादि की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये। वर्ष 2019 के प्रथम ‘‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान’’ की समीक्षा के दौरान बीएसए को निर्देश दिया गया कि अभियान की जन-जागरूकता के लिए सम्पूर्ण जिले के परिषदीय विद्यायलों में एक साथ जागरूकता रैली आयोजित की जाये ताकि अच्छा सन्देश जायेे।
बैठक का संचालन डीपीएम एनएचएम डा. आर.बी. यादव ने किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच आर.पी. सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. मधु गैरोला, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला पंचायत राज अधिकारी के.बी. वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी मौजूद रहे।
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