बहराइच 22 फरवरी। विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस तथा शून्य लागत पर प्राकृतिक कृषि विषयक कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने केन्द्र व प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन की प्राथमिकता किसान हैं। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही है। जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ सभी पात्र लघु एवं सीमान्त कृषकों को दिलाये जाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है तथा उच्च स्तर के अधिकारी लगातार वीडियो कांफ्रेन्सिग के ज़रीये समीक्षा भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की हर जायज़ समस्या का समाधान कराये जाने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है।
जिलाधिकारी ने किसान दिवस में मौजूद किसानों का आहवान्ह किया कि शून्य लागत पर प्राकृतिक कृषि विषय पर पदमश्री सुभाष पालेकर के शिष्य गोपाल जी व उनके सहयोगियों द्वारा जो भी जानकारी दी जाये उससे स्वयं तो लाभान्वित हो साथ ही ऐसे कृषक जो किन्ही कारणों से यहाॅ मौजूद नहीं उनसे भी कार्यशाला की जानकारी को अवश्य साझा करें ताकि वह लोग भी शून्य बजट की प्राकृतिक खेती कर सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता होगी कृषक हित में संचालित केन्द्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ शासन की मंशानुसार किसानों तक पहुॅचे।
शून्य लागत पर प्राकृतिक कृषि विषय विशेषज्ञ गोपाल ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज कर्नाटक, छत्तीसगढ़ एवं आंध्रप्रदेश के किसान बड़ी संख्या में प्राकृतिक खेती अपना रहे हंै। शून्य बजट पर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में जिला प्रशासन द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना करते हुए उन्होंने जनपद के किसानों से अपील की प्राकृतिक खेती को अपनायें ताकि प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर यह जनपद प्राकृतिक जिला बन सके। किसान दिवस में मौजूद प्रगतिशील कृषक जयंकर सिंह, रामकेवल गुप्ता, शिवशंकर व अन्य ने गोपाल जी को जानकारी दी कि उनके साथ-साथ अन्य किसानों द्वारा जनपद के सभी ब्लाकों में किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा 2022 तक जनपद बहराइच एवं श्रावस्ती के सभी किसान प्राकृतिक खेती को अपना लें। कार्यशाला के दौरान उन्होंने यूरिया उर्वरक के विकल्प के तौर पर गाय का गोबर, गुड़, गौमूत्र इत्यादि के मिश्रण से जीवामृत तैयार किये जाने की विधि भी बतायी।
इससे पूर्व प्रगतिशील कृषक जयंकर सिंह ने किसान दिवस में जिलाधिकारी शम्भु कुमार, शून्य बजट पर प्राकृतिक खेती के विषय विशेषज्ञों तथा मौजूद कृषकों का स्वागत किया। कृषक अनिरूद्ध यादव ने सरकार द्वारा जैविक खेती की ध्यान दिये जाने से भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलेगी। सोहरवा से आये हुए किसान मौर्या जी ने प्राकृतिक खेती के माध्यम से उत्पादित आलू, गोभी इत्यादि सब्जियों की टोकरी गोपाल जी को सप्रेम भेंट करते हुए बताया कि वह काफी समय से ज़ीरो बजट कह प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। किसान दिवस के अवसर पर प्रगतिशील कृषक पं. हनुमान प्रसाद शर्मा, भूपेन्द्र, गोपाल मोहन उपाध्याय, अमित मिश्रा, आर.पी. सिंह, कृषि वैज्ञानिक भूपेन्द्र मौर्या, श्रावस्ती जनपद से आये कृषक जितेन्द्र प्रताप वर्मा, श्यामता प्रसाद चैधरी इत्यादि किसानों ने भी अपने सम्बोधन में जीरो बजट की प्राकृतिक खेती के सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त किये।
किसान दिवस का संचालन उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, अधि.अभि. स.न.ख. प्रथम अशोक कुमार, अधि.अभि. स.न.ख. नानपारा विनय कुमार, जिला प्रबन्धक पीसीएफ विजय कुशवाहा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तथा बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।
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