बहराइच 16 फरवरी। शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी/सचिव, चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन मुकेश कुमार मेश्राम ने अपने जनपद भ्रमण कार्यक्रम अन्तर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में नीति आयोग व शासन द्वारा चिन्हित 70 सूत्री विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में कार्यरत आशाओं को प्रो-एक्टिव बनायें इसके लिए उन्हें ग्रासरूट कार्यों का निरन्तर प्रशिक्षण प्रदान किया जाय। सभी आशाओं के पास गर्भवती व धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अच्छा कार्य न करने वाली आशाओं को सेवा से बाहर कर दिया जाय।
मुख्य चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया कि निजी चिकित्सालयों में होने वाले प्रसवों का विवरण प्राप्त करें। सभी चिकित्सालयों को निर्देशित कर दें कि वह उन्हें प्रसवों का पूरा विवरण उपलब्ध करायें। निजी चिकित्सालयों में चेकअप कराने वाली महिलाओं का भी विवरण प्राप्त करें। एएनएम/आशाओं को निर्देशित किया जाय कि वह धात्री महिलाओं को स्तनपान के लिए प्रेरित करें और यदि किसी स्तर पर स्तनपान को लेकर कोई भ्रान्तियाॅ व्याप्त हैं तो दूर करने का भी प्रयास करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार पुष्टाहार का वितरण करायें।
नोडल अधिकारी ने अधि.अधि. नगर पालिका परिषद व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि वार्डवार पशुपालकों को चिन्हित कर उनके पशुओं की बार कोडिंग करायी जाय। निराश्रित पशुओं को गो आश्रय स्थलों में रखा जाय। निराश्रित ढंग से पशुओं को छोड़ने वालों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाय। जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिया गया कि निर्माणाधीन विद्यालयों को पूर्ण कराने के लिए शासन स्तर से प्रयास कर बजट प्राप्त करें। बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया कि ड्रापआउट बच्चों को वापस विद्यालय में लाने के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जाय।
नोडल अधिकारी ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद के 4.81 लाख लघु एवं सीमान्त कृषकों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाये जाने के उद्देश्य से सभी पात्र कृषकों का पंजीकरण कराया जाय। शासन की प्राथमिकता वाले 70 सूत्री विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए श्री मेश्राम ने निर्देश दिया कि आसन्न लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 के मद्देनज़र चालू माह के अन्त तक विभागीय लक्ष्यों को पूर्ण कर बजट का शत-प्रतिशत उपभोग कर लिया जाय। नोडल अधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि जनपद में कतर्नियाघाट व सुहेलदेव जैसे स्थलों को दृष्टिगत रखते हुए जनपद श्रावस्ती व बलरामपुर को भी एक कलस्टर के रूप में पर्यटन विकास के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें।
श्री मेश्राम ने गन्ना अधिकारी को निर्देश दिया कि कृषकों को गन्ना मूल्य का भुगतान शीर्ष प्राथमिकता पर कराया जाय। विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था में अपेक्षित सुधार लायें ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या न उत्पन्न हो। नोडल अधिकारी ने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग व डीपीओ को निर्देश दिया कि निर्माणाधीन आॅगनबाड़ी केन्द्र भवनों को 28 फरवरी 2019 तक पूर्ण कर क्रियाशील करा दें।
रू. 50 लाख से अधिक लागत की निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए कार्यों की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्थाओं व नोडल विभागों को निर्देशित किया गया कि भौतिक प्रगति के साथ-साथ वित्तीय प्रगति में भी सुधार लायें। स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया गया कि स्वच्छाग्रहियों से इस बात का सत्यापन कराया जाय कि खुले में शौच करने वाले कितने लोगों को प्रेरित कर उनके व्यवहार में परिवर्तन लाया गया है। श्री मेश्राम ने यह भी निर्देश दिया कि स्कूलों में प्रार्थना के पश्चात शौचालय उपयोग करने का संकल्प दिलाया जाय इसके पश्चात अभिभावकों व समुदाय को भी प्रेरित किया जाय।
नोडल अधिकारी ने सभी अधिकारियों का आहवान्ह किया कि पेपर पर दिखने वाली अच्छी प्रगति को धरातल पर क्रियान्वयन करायें। सभी अधिकारी एक दूसरे को प्रेरित कर कृषि, पर्यटन व अन्य क्षेत्रों में अभिनव प्रयोग कर जिले के विकास में सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी टी.एन. दुबे, सीएमएस डा. डी.के. सिंह व डा. मधु गैरोला, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बलवन्त सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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