बहराइच 01 फरवरी। वृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति तथा रोगी कल्याण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की समीक्षा के दौरान हुजूरपुर एवं शिवपुर में भुगतान की प्रगति कम पाये जाने पर सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने का निर्देश दिया। योजनान्तर्गत भुगतान की प्रगति में सुधार लाये जाने के उद्देश्य से निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना अन्तर्गत जिन लाभार्थियों के खातों में त्रुटियां हैं उन्हें सम्बन्धित शाखा प्रबन्धकों के साथ समन्वय स्थापित कर तत्काल दूर कराया जाय। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि आगामी 05 तारीख तक सभी लाभार्थियों को आना-पाई के साथ भुगतान कर सीएमओ जिलाधिकारी के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करें। बैठक के दौरान गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल में उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी मिहींपुरवा जुगुल किशोर चैबे को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में आरोग्यदान करने वाली तीन प्राईवेट चिकित्सकों डा. प्रज्ञा त्रिपाठी, डा. छाया श्रीवास्तव व डा. शशी प्रभा को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आयुष्मान भारत योजना की प्रगति में अपेक्षित सुधार लाये जाने के लिए जिले के सभी प्राईवेट चिकित्सकों की बैठक जिलाधिकारी के साथ आयोजित करायी जाय। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि चिन्हित हाईरिस्क प्रेगनेन्सी महिलाओं को बेहतर से बेहतर परामर्श देने के साथ-साथ इनके लिए जारी स्वास्थ्य कार्ड में संभावित डिलीवरी तिथि से लेकर आवश्यक जाॅच एवं टीकों इत्यादि के पूर्ण विवरण का उल्लेख किया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी ऐसी सभी महिलाओं के मोबाइल नम्बर सहित सूची सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा अपने पास सुरक्षित रखें और स्वयं ही उन महिलाओं के स्वास्थ्य का फालोअप करते रहें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के सभी सत्रों में ऐसी महिलाओं की देखभाल से सम्बन्धित जागरूकता फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाय। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि आॅगनबाड़ी कार्यकत्रियों को निश्चय किट (पे्रगनेन्सी टेस्टिंग किट) उपलब्ध करायी जाये ताकि वे सर्वे के दौरान प्रथम त्रैमास में ही ऐसी महिलाओं को चिन्हित कर पंजीकरण करते हुए समय से आवश्यक जाॅच करवा सकें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि विभिन्न आयोजनों के दौरान लोगों को कम आयु में शादी के कारण स्वास्थ्य से सम्बन्धित समस्याओं के बारे में लोगों को आगाह कर उन्हें मैसेज दिया जाय कि सही उम्र में ही बच्चों की शादी करें इससे माॅ और बच्चा दोनों स्वस्थ व तन्दरूस्त रहेंगे। बैठक में क्षय रोग नियंत्रण की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि लाभार्थियों को शत-प्रतिशत डीबीटी के माध्यम से भुगतान सुनिश्चित कराया जाय यदि इसमें किसी प्रकार की समस्या को तो सूची जिला विकास अधिकारी को उपलब्ध करायें। आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि अब तक मात्र पाॅच हज़ार लोगों को गोन्डेन कार्ड का वितरण हुआ है। इस स्थिति पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आशा एवं एएनएम के माध्यम से लाभार्थियों का आधार कार्ड व अन्य आवश्यक अभिलेख प्राप्त कर कार्ड बनाये जाने की कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना से इनपैल्ड किया जाय और प्रत्येक इनपैनल्ड अस्पतालों से लाभ प्राप्त करने वाले मरीज़ों का विवरण भी उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र से एक सप्ताह में 700 लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड निर्गत कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया जाय। रोगी कल्याण समिति की बैठक के दौरान सदस्या श्रीमती निशा शर्मा द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों की साफ-सफाई, समुचित दवाओं की उपलब्धता इत्यादि के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, डीपीएम एनएचएम डा. आर.बी. यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. डी.के. सिंह व डा. मधु गैरोला, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी चिकित्साधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी मौजूद रहे।
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