बहराइच 31 जनवरी। ‘‘विकास की मुख्य धारा में आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु पंचायती राज प्रणाली का सशक्तिकरण’’ विषयक जिला ग्राम्य विकास संस्थान, चित्तौरा-बहराइच में 28 से 31 जनवरी 2019 तक आयोजित 04 दिवसीय आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र का शुभारम्भ परियोजना निदेशक डीआरडीए अनिल कुमार सिंह व जिला प्रशिक्षण अधिकारी डा. चन्द्र कुमार वर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 ग्राम विकास अधिकारियों/ग्राम पंचायत अधिकारियों एवं सहायक विकास अधिकारियों (पंचायत) द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को राष्ट्रीय आपदा प्र्रबन्धन अधिनियम 2005, जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं जिला आपदा प्रबन्धन कार्ययोजना की मुख्य विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण सत्र का संचालन कर रहे संस्थान के वरिष्ठ प्रशिक्षक नरेश चन्द ने प्रतिभागियों को आपदा प्रबन्धन में पंचायतों की भूमिका के बारे में सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक जानकारी प्रदान की। अग्निशमन अधिकारी शिव कुमार मिश्र द्वारा आग लगने की घटनाओं पर काबू पाने की विधियों को डेमो प्रस्तुत कर उपयोगी जानकारी प्रदान की गयी। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, लखनऊ से आये आपदा विशेषज्ञ डा. मज़हर रशीदी ने ग्राम पंचायत स्तर पर विकास की योजनाओं में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के समावेशन पर विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा बाढ़ से सम्बन्धित डाकूमेन्ट्री फिल्म भी दिखायी। जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के आपदा विशेषज्ञ सुनील कुमार कनौजिया द्वारा आपदा प्रबन्धन की अवधारणा, सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशिक्षक उमेश चन्द्र श्रीवास्तव द्वारा भारत व प्रदेश की संवेदनशीलता (नाजुकता) की स्थिति में संस्थागत ढांचे के बारे में विस्तृत रूप से व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे प्रशिक्षणार्थियों को विकास खण्ड शिवपुर की ग्राम पंचायत बेलामकन का अध्य्यन भ्रमण कराया गया साथ ही साथ प्रतिभागियों को सरयू नदी के किनारे तटबंध के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी भी दी गयी। अध्य्यन भ्रमण के दौरान ग्राम बेलामकन में ट्रांजेक्ट वाक के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सामाजिक मान चित्रण तैयार कर ग्राम वासियों को बाढ़ से ग्रसित क्षेत्रफल को अंकित कर एवं टास्कफोर्स के सदस्यों के द्वारा आपदा से सम्बन्धित किट (लाइफ जायकेट, सायरन, टार्च, स्ट्रेचर आदि) की जानकारी भी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग से आये हुए स्वास्थ्य प्रशिक्षक मुस्तकीम अली ने आपदा प्रबन्धन में चिकित्सा विभाग की भूमिका तथा मनोसामाजिक मुद्दों पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण सत्र का समापन सत्र प्रभारी श्री नरेश चन्द वरिष्ठ प्रशिक्षक द्वारा किया गया। समापन के समय सभी प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण को लाभकारी एवं महत्वपूर्ण बताया।
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