बहराइच 28 जनवरी। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत स्वर्ण जयन्ती पार्क (बभनी) रिसिया में शाकभाजी/मसाला के उत्पादन व विपणन विषय पर आयोजित दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ ने मौजूद कृषकों को विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी कृषक पारदर्शी योजनान्तर्गत विभाग द्वारा संचालित योजना के लिए कृषकों का चयन किया जाता है। इच्छुक कृषक ‘‘प्रथम आवक-प्रथम पावक’’ के आधार पर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र, नानपारा-बहराइच के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. एम.पी. सिंह ने शाकभाजी एवं मसाला की फसलों में कीट व्याधियों एवं डा. एस.बी. सिंह ने शाकभाजी एवं मसाला के विपणन में आने वाली समस्याओं तथा उसके निदान, कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच के कृषि वैज्ञानिक डा. उमेश बाबू ने फलों की उन्नति तकनीक व डा. शैलेन्द्र कुमार सिंह ने फलों की फसल सुरक्षा के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की। योजना प्रभारी आर.के. वर्मा ने मौजूद कृषकों को बताया कि जनपद-बहराइच में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन योजनान्तर्गत रायपुर कलस्टर में चयनित 12 ग्रामों में 25 हेक्टेयर क्षेत्रफल में जैविक खेती के साथ ही 20 हेक्टयर क्षेत्रफल में शाकभाजी एवं मसाला बीजोत्पादन कार्यक्रम कृषक प्रक्षेत्रों पर कराया जायेगा। जिसके लिए कृषकों के चयन की कार्यवाही की जा रही है। इच्छुक कृषक किसी भी कार्य दिवस में योजना प्रभारी/जिला उद्यान अधिकारी से सम्पर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। श्री वर्मा ने बताया कि वर्तमान में जनपद के कुछ अग्रणी किसानों द्वारा अपने जैविक उत्पादों का विक्रय लखनऊ में किया जा रहा है। जैविक उत्पादों के विपणन में विभाग द्वारा इच्छुक कृषकों को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित प्रगतिशील कृषक शक्तिनाथ सिंह व राम केवल गुप्ता ने अपने अनुभवों को मौजूद किसानों के साथ साझा किया। इस अवसर पर प्रहलाद, शैलेन्द्र, खुशीराम सहित बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में 40 कृषकों को प्रशिक्षण किट का भी वितरण किया गया।
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