बहराइच। कोरोना महामारी के कारण बेरोजगारी से परेशान कोतवाली रूपईडीहा के निबिया गांव निवासी मुन्ना पुत्र लाला का बीती रात उपचार के अभाव में मृत्यु हो गई। बताते है कि मुन्ना पेंटर जो पेन्टिंग का कार्य करता था इधर काम न मिलने के कारण काफी परेशान रहता था। कल अचानक पेट मे दर्द उठा तो घर वाले उपचार हेतु रूपईडीहा के प्र। ईवेट डॉक्टरों का दरवाजा खटखटाया। लेकिन किसी ने दरवाजा नही खोला। अंत मे रूपईडीह। सरकारी हॉस्पिटल भी गए लेकिन डॉक्टर नहीं मिले तो मरीज को बाबागंज सरकारी हॉस्पिटल ले गये। यहा भी डॉक्टर नही मिले, सरकारी हॉस्पिटल के बगल में डॉक्टर खान के प्राइवेट हॉस्पिटल भी गया जहाँ कहा गया कि यहाँ केवल डिलीवरी केस रात को भर्ती करते है आप लोग चरदा जमोग सरकारी हॉस्पिटल लेकर जाए तब तक काफी विलम्ब हो चुका था। गौरतलब हैं कि
चरदा हॉस्पिटल में जब डॉक्टर ने देखा तो मरीज की मौत हो चुकी है। मृतक का बड़ा भाई फारूक का कहना है कि काम नही मिल रहा था घर का खर्च अधिक था। जिससे वह परेशान था। इसी बीच रात में अचानक उसकी तबियत खराब हुई। उपचार के लिए उसे कई जगह ले जाया गया। लेकिन कही इलाज न होने की वजह से उसने आखिरकार दम तोड़ दिया।
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