बहराइच। जहाँ एक ओर पूरा देश कोरोना से बचने के लिएअपने अपने घरों में कैद है वही भारत नेपाल सीमा पर स्थित रुपईडीहा कस्बे में लगभग पाँच सौ से अधिक नेपाली नागरिक पहुंच गए। उनके साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बच्चे भी थे।
भूख और प्यास से बिलक रहे लोगों को जब नेपाल में प्रवेश नहीं करने दिया गया तब उन सभी को रुपईडीहा पुलिस ने रेलवे स्टेशन के निकट बाग में ठहरने को कहा।
जैसे ही ये खबर नगर की मारवाडी युवा मंच को लगी अध्यक्ष अंकुर अग्रवाल ने सभी पदाधिकारियों को बुलाकर उनलोगों के लिए भोजन की व्यवस्था शरू कर दी।
सुबह से लेकर देर रात तक दोनों समय भोजन का क्रम चलता रहा।
रुपईडीहा के पत्रकारों ने भी अपने कर्तव्यों का निर्वाचन करते हुए नेपाली पुलिस से लगातार संपर्क साधा मगर उच्चाधिकारियों द्वारा कोई जवाब न मिलने के कारण देर रात तक सभी नेपाली नागरिकों का जमावड़ा कस्बे में लगा हुआ है।
अंकुर अग्रवाल, नरेश बंसल, श्याम पंसारी अंकुर, परवीन खेतान, सुरेश गुप्ता, मो0सुफियान(मन्नू),मेराज आढ़ती, मो0सिराज,पुनीत अग्रवाल सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों समाज सेवियों ने भी इस व्यवस्था में अपनी सहभागिता की।
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