बलरामपुर जिले : दुर्गापुर व भिवरा गांव के बीच गोण्डा गोरखपुर रेल लाइन स्थित है। भिवरा गांव में गन्ना क्रय केन्द्र स्थापित है। जिसकी दुर्गापुर गांव से दूरी मात्र सौ मीटर है। बीच में रेलवे लाइन होने के कारण दुर्गापुर के लोगों को गन्ना क्रय केन्द्र तक पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। पैदल, मोटरसाइकिल व साइकिल से लोग रेलवे लाइन पार कर जाते हैं। रविवार सुबह नौ बजे रेलवे कर्मी जेसीबी के साथ सम्पर्क मार्ग काटने आए थे। उनका कहना था कि रेलवे ने अनाधिकृत सम्पर्क मार्गों को काटने का निर्देश जारी किया है। इस बात की जानकारी होते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
रेलवे लाइन सम्पर्क मार्ग के काटे जाने की कार्रवाई शुरू होने पर ग्रामीण भड़क गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने रेलवे लाइन पर खड़े होकर प्रदर्शन किया। कहा कि समपार फाटक अथवा अंडरपास बनने तक लिंक मार्ग को काटने नहीं दिया जाएगा। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मार्ग काटने से रोककर रेलवे कर्मियों को वापस कर दिया। मामला थाना देहात क्षेत्र स्थित दुर्गापुर लालनगर गांव का है।
ग्राम प्रधान गौतम तिवारी, पूर्व गन्ना संचालक सदस्य रामानंद पाण्डेय, सेन सिंह, पुत्तीलाल सिंह, राजेन्द्र, सुशील तिवारी, सरदार बहादुर सिंह व धर्मेन्द्र आदि के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में लोग रेलवे लाइन पर जमा हो गए। लोगों ने विधायक पल्टूराम, पूर्व विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू, भाजपा महामंत्री व जिला पंचायत सदस्य अजय सिंह पिंकू आदि को मामले से अवगत कराया। ग्रामीणों का कहना था कि सम्पर्क मार्ग कटने पर बीमारों का इलाज तक नहीं हो पाएगा। लोग पैदल चलकर भी रेलवे लाइन पार नहीं कर पाएंगे। मामला जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के संज्ञान में आया तो उन्होंने मौके पर पुलिस फोर्स भेज दी। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों का गुस्सा शांत कराया। साथ ही रेलवे कर्मियों को बिना मार्ग काटे वापस भेज दिया।
वहीं रेल विभाग के सेक्शन इंजीनियर छोटेलाल ने कहा कि रेलवे अधिकारियों के आदेश पर अनाधिकृत सम्पर्क मार्ग को काटने की कार्रवाई शुरू हुई है। सुभागपुर से गैसड़ी तक जो भी अनाधिकृत मार्ग हैं उन पर आवागनम बंद कराने का निर्देश प्राप्त हुआ है। दुर्गापुर में ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस कर्मियों के सुझाव का अनुपालन कर काम रोक दिया गया है।
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