बहराइच 30 जुलाई। वन संरक्षक/प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट जी.पी. सिंह ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर कतर्नियाघाट वन्य जीव बिहार अन्तर्गत सभी 07 रेन्जों में 16 टीमों का गठन कर लांग रन पैट्रोलिंग कर लोगों को बाघ संरक्षण के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ वन कर्मियों को क्षेत्र भ्रमण के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी प्रदान की गयी। वन क्षेत्र में आयोजित लम्बी दूरी की पैदल यात्रा का नेतृत्व करते हुए स्वयं डीएफओ ने ककरहा रेंज में स्थित भिउरा पुल से मुर्तिहा वन विश्राम भवन तक 12.67 कि.मी. पैदल भ्रमण किया। इस प्रकार से सम्पूर्ण वन क्षेत्र में कुल 195 कि.मी. पैदल भ्रमण/पैट्रोलिंग की गयी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 20110 में 29 जुलाई को रूस के सेन्टपीट्सबर्ग में बाघ पाये जाने वाले देशांे की बैठक में तय किया गया था कि सन् 2020 तक दुनिया में बाघों की संख्या दोगुनी करनी है। इसके पश्चात प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। ग्लोबल टाईगर डे के अवसर पर विभिन्न जनजागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन के साथ-साथ वनाधिकारियों द्वारा अपने-अपने टाइगर रिज़र्व में लम्बी दूरी की पैदल यात्रा का लक्ष्य निर्धारित कर प्राकृतवास का सूक्ष्म निरीक्षण कर संरक्षण में योजित वनकर्मियों को मौके पर दिशा-निर्देश भी दिए जाते है। डीएफओ श्री सिंह ने बताया कि बाघ संरक्षण कार्यक्रमों के परिणाम स्वरूप आज की तिथि में भारत में बाघों की संख्या वर्ष 2010 में 1410 के मुकाबले बढ़कर 2967 हो गयी है। अर्थात निर्धारित लक्ष्य संख्या को निर्धारित अवधि 2020 से पूर्व ही प्राप्त कर लिया गया है।
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