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Wednesday, February 12, 2025 6:41:06 AM

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जंगलों के किनारे के भाग, खुले स्थान तथा धातु संरचनाएं वज्रपात के लिए हैं अधिक संवेदनशील

जंगलों के किनारे के भाग, खुले स्थान तथा धातु संरचनाएं वज्रपात के लिए हैं अधिक संवेदनशील

बहराइच 26 जुलाई। वज्रपात के दौरान ‘‘क्या करें-क्या न करें’’ के सम्बन्ध में राहत आयुक्त, उत्तर प्रदेश शासन की ओर से जारी की गयी एडवाईज़री में जानकारी दी गयी है कि बड़े पेड़ों वाले जंगलों के किनारे के भाग, खुले स्थानों पर स्थित खलिहान, छोटे चर्च, चैपाल, लकड़ी की गाड़ियां, वाच टावर, झोपड़िया, विद्युत लाइनें व धातु संरचनाएं, फ्लैग मास्ट, टीवी एंटीना मास्ट, पाइप या किसी भी वर्टिकल मेटल फिक्सचर, झीलें और स्विमिंग पूल, गोल्फ कोर्स और अन्य खुले मैदानों में वज्रपात की संभावना अधिक होती है।

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इसके अलावा खड़ी चट्टानों, पहाड़ों की चोटी, पहाड़ों का किनारा (घाटी की तुलना में बिजली पहाड़ी से टकराती है), वज्रपात की सुरक्षा के बिना नाव और टेंट, घोड़े, साइकिल, मोटरसाइकिल या खुले ट्रैक्टर की सवारी करना, धातु के औज़ार जैसे कुदाल, लकड़ी, छाता, धातु का झूला, बगीचे की धातु की कुर्सी, खुले मैदान में या छोटे कमरों में लोगों की सभाएं, कार के नज़दीक या बाहर खड़ा होना तथा गैर धातु वाले विमानों में उड़ान भरना भी वज्रपात की दृष्टिकोण से खतरनाक हैं। वज्रपात के दौरान यात्रा करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया है कि साइकिल, मोटर साइकिल, ट्रैक्टर आदि वाहनों से नीचे उतर जाना चाहिए क्यांेकि यह बिजली को आकर्षित कर सकते हैं। सवारी से नीचे उतरने के तत्काल बाद किसी भी व्यक्ति को एक सुरक्षित आश्रय में जाना चाहिए। यदि नौका बिहार या तैराकी कर रहे हों तो पानी से निकलकर जल्दी से जल्दी जमीन में पहुंचे और शरण लें। तूफान के दौरान अपने वाहन में तब तक रहें जब तक मदद नहीं पहुंचती या तूफान गुज़र नहीं जाता (धातु की छत सुरक्षा प्रदान करेगी यदि आप अंदर धातु को नहीं छू रहे हैं) खिड़कियां उपर होनी चाहिए। गाड़ी को पेड़ों और बिजली लाइनों से दूर पार्क करें। वज्रपात से सुरक्षा के उपायों के सम्बन्ध में सुझाव दिया गया है कि बिजली की गतिविधि के दौरान सबसे सुरक्षित स्थान एक बड़ी और बन्द इमारत है, न कि पिकनिक शेल्टर या शेड। एक सुरक्षित भवन वह है जो छत, दीवारों और फर्श से पूरी तरह से घिरा हुआ है, जैसे कि घर, स्कूल, कार्यालय भवन या शापिंग सेंटर। एसयूवी, मिनीवैन, बस, ट्रैक्टर आदि भी कुछ हद तक सुरक्षित हो सकते हंै। यदि आप अपने वाहन में आश्रय चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि सभी दरवाजे बंद और खिड़कियां बंद हैं। किसी भी धातु की सतहों को कतई न छुएं। बेहतर होगा कि पहली बार गड़गड़ाहट सुनते तथा अंधेरे व गरज वाले बादल देखते ही सुरक्षित आश्रय की तलाश करें। लम्बे लम्बे वृक्षों के नीचे आश्रय न लें। पेड़ आपको सूखा रहने में मदद कर सकते हैं लेकिन बिजली की चपेट में आने से आपके जोखिम को बढ़ा भी देंगे। बारिश आपको नहीं मारेगी, लेकिन बिजली मार सकती है। वज्रपात होने पर की बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में सुझाव दिया गया है कि धातु के औज़ार जैसे कुदाल, कुल्हाड़ी, छाता, धातु का झूला, बगीचे की धातु की कुर्सी आदि, छाते, कैंची, चाकू आदि जैसी धातु की वस्तुओं से निकटता से बचें, यदि आप सेट एल्मो फायर (कोरोना डिस्चार्ज) को देखते या सुनते हैं तो यह खतरा काफी गम्भीर है। तत्काल दोनों पैरों और घुटनों को मोड़कर फर्श पर बैठ जाना चाहिए।

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