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Sunday, February 9, 2025 7:41:14 PM

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औषधीय वाटिका में सीडीओ सहित अन्य ने किया पौध रोपण

औषधीय वाटिका में सीडीओ सहित अन्य ने किया पौध रोपण

बहराइच 19 जुलाई। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम वृहद वृक्षारोपण अन्तर्गत उद्यान विभाग द्वारा लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन के सम्मुख स्थापित की गयी औषधीय वाटिका में मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान ने औषधीय पौधों का रोपण किया। पौधरोपण कार्यक्रम में सीडीओ श्री चैहान ने जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, सहायक निदेशक रेशम डा. एस.बी. सिंह, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, योजना प्रभारी आर.के. वर्मा सहित प्रहलाद, जयश्रीलाल आजाद, शेबू व अन्य द्वारा हर श्रृंगार, गुलाचीन, सहजन इत्यादि प्रजाति के औषधीय पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर सीडीओ श्री चैहान ने कहा कि औषधीय पौधे अपनी मेडिकल प्रापर्टीज़ के साथ-साथ पर्यावरण का संरक्षण प्रदान करने में भी अत्यन्त उपयोगी हैं। उन्होंने बताया कि ‘‘सहजन’’ एक पौध मात्र नहीं बल्कि अपने गुणों के कारण संजीवनी समान है। सहजन के बारे में ‘‘शिगु बल्कल पत्राणां स्वरसः परमार्तिहृत भाव प्रकाश निघण्टु’’ कहा गया है। सहजन के बीज का चूर्ण सिर की पीड़ा को तो दूर करता है। वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि सहजन की एक ग्राम फली में नारंगी से चार गुना बिटामिन सी, गाजर से चार गुना विटामिन-ए, दूध से चार गुना अधिक कैल्शियम, योगटार्ट से दो गुना अधिक प्रोटीन, जई से चार गुणा अधिक रेशा तथा पालक से दो गुणा अधिक आयरन पाया जाता है। शारीरिक पोषण में सहजन की उपयोगिता की बात की जाय तो एक साल से तीन साल के बच्चों, गर्भवती महिला, प्रसूता, वृद्धों के शारीरिक पोषण के लिए सहजन को वरदान माना गया है। श्री चैहान ने कहा कि सहजन के दिव्य काढ़े की बात ही अलग है, गाॅठ व फोड़ा आदि में सहजन की जड़, अजवाइन, हींग एवं सोंठ के साथ काढ़ा बना कर पीने का प्रचलन है। यह काढ़ा (सायटिका) पैरों व जोड़ों के दर्द, लकवा, दंग सूजन एवं पथरी में भी अत्यन्त लाभकारी है। सीडीओ ने बताया कि अगर हर श्रृंगार पौध की बात की जाय तो इसे सोहन के श्रृंगार की संज्ञा दी गयी है। हर श्रृंगार शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है साथ ही जोड़ों में दर्द, खाॅसी, सायटिका, बवासीर व अस्थमा जैसे रोगों में भी बहुत उपयोगी है। इसी प्रकार गुलाचीन का उपयोग शरीर में जलन, कमजोरी, आॅंख दर्द, गठिया रोग, पेट व चर्म सम्बन्धी बीमारी के साथ-साथ रक्त अल्पता में भी लाभकारी है। पौधरोपण कार्यक्रम में मौजूद जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के अन्तर्गत 80 हजार पौधे विभाग द्वारा निःशुल्क वितरित किये जायेंगे। जिनकी तैयारी राजकीय स्वर्ण जयन्ती पौधशाला, बभनी एवं राजकीय पौधशाला, मुख्यालय, बहराइच में कर ली गयी है। इस अवसर पर योजना प्रभारी आर.के. वर्मा ने लोगों से अपील की कि वृक्षारोपण महाकंुभ के दौरान औषधीय पौधों के रोपण को भी तरजीह दंे ताकि सुरक्षित पर्यावरण में मानव जीवन बीमारियों से भी सुरक्षित रहे।

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