बहराइच 22 जून। जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण बहराइच के तत्वावधान में शुक्रवार को देर शाम तहसील सभागार कैसरगंज में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान लेखपालों, राजस्व निरीक्षकों एवं तहसील स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बाढ़ प्रबन्धन हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। बाढ़ के दौरान जानी व माली नुकसान को न्यून से न्यूनतम किये जाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों को ग्राम आपदा प्रबन्धन समिति के गठन, बाढ़ आपदा पूर्व तैयारी, बाढ़ आपदा में ‘क्या करें, क्या न करें’ जैसे महत्वपूर्ण विषयों के साथ-साथ प्राथमिक चिकित्सा, पशुओं के उपचार तथा बाढ़ के दौरान कृषकों को उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण बहराइच के आपदा विशेषज्ञ सुनील कुमार कन्नौजिया ने सुझाव दिया कि बाढ़ के दौरान राहत व बचाव कार्य के लिए उपयोग में लायी जाने वाली नावों पर उनकी क्षमता ज़रूर अंकित की जाये ताकि बचाव कार्य के समय ओवरलोडिंग से सम्बन्धित किसी समस्या का सामना न करना पड़े। श्री कन्नौजिया ने ग्राम आपदा प्रबन्धन योजना की जानकारी प्रदान करते हुए लेखपालों से अपेक्षा की कि ग्राम आपदा प्रबन्ध समितियों का गठन करा दिया जाय। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला कृषि अधिकारी राम शिष्ट ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए उपयुक्त फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व किसान क्रेडिट कार्ड से होने वाले लाभों के बारे में भी विस्तारपूर्वक चर्चा की। मास्टर ट्रेनर अरविन्द कुमार वर्मा एवं अवधेश कुमार तिवारी ने बाढ़ के दौरान और पश्चात क्या करें और क्या न करें के सम्बन्ध मंे प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्त में उप जिलाधिकारी कैसरगंज रामजीत मौर्य ने सभी लेखपालों को निर्देश दिया कि ग्राम आपदा प्रबंधन समिति के गठन कार्य को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल समितियों का गठन कराना सुनिश्चित करें, ताकि संभावित बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्यों को सफलतापूर्वक संचालित कराया जा सके। इस अवसर पर नायब तहसीलदार विनित कुमार सिंह एवं रजिस्ट्रार कानूनगो राम लखन वर्मा तथा बड़ी संख्या में लेखपाल, राजस्व निरीक्षक सहित तहसील स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
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