बहराइच 21 जून। जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन के सम्बन्ध में अभियान चलाकर समेकित कार्यवाही किये जाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर 22 जून 2019 को समस्त ग्राम पंचायतों में खुली बैठकें आयोजित की जायेंगी। खेत का पानी खेत में और गाॅव का पानी गाॅव में संचयित किये जाने के उद्देश्य से वर्षा जल संचयन को एक पुनीत कर्तव्य मानते हुए खेतों की मेढ़बन्दी, चेकडैम का निर्माण, तटबन्ध तालाबों की खुदाई व सफाई, वृक्षारोपण आदि कार्यो को बड़ी संख्या में कराये जाने हेतु प्रधानमंत्री भारत सरकार नरेन्द्र मोदी द्वारा समस्त ग्राम प्रधानों के नाम सम्बोधित पत्र को बैठक में पढ़ कर सुनाकर उन्हें जल संरक्षण कार्यक्रम में भागीदारी हेतु प्रेात्साहित भी किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने बताया कि ग्रामसभा की खुली बैठक में जल संरक्षण के लिए ग्रामीणों को श्रमदान के लिए प्रेरित करते हुए तालाबों का निर्माण एवं सफाई, वृक्षारोपण, सामुदायिक एवं व्यक्तिगत परिवारों के लिए वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण, घरेलू एवं कुषि उपयोग के लिए सोखपिट का निर्माण, रैली के माध्यम से जल संचयन के लिए जागरूकता अभियान, गाॅवों एव विद्यालयों में नुक्कड़ नाटक एवं लोकगीत के माध्यम से वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रेरित करना एवं जल संचयन तथा समुचित जल प्रबन्धन के लिए सार्वजनिक स्थानों पर दीवार लेखन आदि क्रियाकलापों पर विचार-विमर्श किया जायेगा। बैठक के पश्चात श्रमदान के माध्यम से तालाब निर्माण, वृक्षारोपण, मेढ़बन्दी आदि जल संचयन से सम्बन्धित कार्य भी किये जायेंगे। श्री कुमार ने बताया कि 22 जून 2019 को मनरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 हेतु चिन्हित 401 तालाबों के जीर्णोद्धार, निर्माण एवं सफाई कार्य को अभियान के रूप में एक साथ प्रारम्भ किया जायेगा। जिन ग्राम पंचायतों के लिए तालाब कार्य चिन्हित नहीं हैं वहाॅ पर सामुदायिक एवं व्यक्तिगत परिवारों के लिए वर्षा जल संचयन संरचना व घरेलू एवं कुषि उपयोग के लिए सोखपिट के निर्माण कार्य का श्रीगणेश किया जायेगा। इसी दिन सभी ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण के मृदाकार्य व पौध रोपण आदि कार्य प्रारम्भ कराये जायेंगे। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर प्रेरणादायी दीवार लेखन कार्य भी कराया जायेगा। जल संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता लाये जाने के लिए विद्यालयों एवं जन सामान्य के सहयोग से रैली, नुक्क्ड़ नाटक एवं लोक गीत के माध्यम से जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित किया जायेगा। इस कार्य के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। शेष कार्यों के सफल सम्पादन की जिम्मेदारी बीडीओ की होगी। इसके लिए बीडीओ ग्राम पंचायत सचिवों व ग्राम प्रधानों का सहयोग प्राप्त करेंगे जबकि सहायक विकास अधिकारी, अति. कार्यक्रम अधिकारी एवं सीडीपीओ को पर्यवेक्षणीय कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। जिलाधिकरी ने बताया कि जनपद के सभी 14 विकास खण्डों की 01-01 ग्राम पंचायतों का चिन्हित किया गया है जहाॅ पर बीडीओ व नामित जिला स्तरीय नोडल अधिकारी की देख-रेख में कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। इस अवसर पर बीडीओ द्वारा स्थानीय मंत्री, सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जायेगा। इन्हीं चिन्हित ग्रामों में से किसी 01 ग्राम में प्रभारी मंत्री अथवा जिलाधिकारी द्वारा भी प्रतिभाग किया जायेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि विकास खण्ड कैसरगंज में ग्राम पंचायत चक पिहानी, रिसिया में बैजनाथपुर, महसी में सधुवापुर, मिहींपुरवा में मोहनपुर गंगापुर, नवाबगंज में देवरा, विशेश्वरगंज में फत्तेपुरवा, फखरपुर में मझौरा, बलहा में हाड़ा बसेहरी, शिवपुर में कोटवा, तेजवापुर में रामगांव, जरवल में मुस्तफाबाद, हुजूरपुर में लौकाही, पयागपुर में काशीजोत व चित्तौरा में खलीलपुर को चिन्हित किया गया है। चिन्हित ग्रामों के लिए क्रमशः अधि.अभि. स.ड्रे.ख., जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, सहा.अभि. लघु सिंचाई, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ए.आर. को-आपरेटिव, उप निदेशक कृषि, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, अधि.अभि. जल निगम, उपायुक्त स्वतः रोज़गार व पी.डी. डी.आर.डी.ए. को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
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