बहराइच 12 जून। पारम्परिक कारीगरों की आजीविका के साधनों के सुदृढ़ीकरण के लिए उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय उत्तर प्रदेश कानपुर द्वारा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनान्तर्गत छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। योजनान्तर्गत बढ़ई, दर्जी, लोहार, कुम्हार, टोकरी बुनकर, राजमिस्त्री, सुनार, हलवाई, नाई एवं मोची जैसे पारम्परिक कारीगरों के लिए छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इच्छुक व्यक्ति 15 जुलाई 2019 तक अपने आवेदन-पत्र जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र बहराइच में प्राप्त करा सकते हैं। निर्धारित तिथि के उपरान्त प्राप्त होने वाले आवेदन-पत्रों पर विचार नहीं किया जायेगा। इच्छुक व्यक्ति जिला उद्योग केन्द्र व मोबाइल नं. 9452619058, 7905357176 व 9450051586 पर सम्पर्क कर अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। योजना की पात्रता सम्बन्धी जानकारी देते हुए उपायुक्त उद्योग ने बताया कि आवेदन करने की तिथि को आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए। आवेदक को उक्त पारम्परिक कारीगरी व्यवसाय से जुड़े होना चाहिए। योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु ऐसे भी व्यक्ति पात्र होंगे जो परम्परागत कारीगरी करने वाली जाति से भिन्न हों ऐसे आवेदकों को ग्राम प्रधान, अध्यक्ष नगर पंचायत/नगर पालिका परिषद अथवा सम्बन्धित वार्ड के सभासद द्वारा प्रदान किया गया प्रमाण-पत्र जिसमें इस बात का उल्लेख हो कि आवेदक परम्परागत कारीगरी से जुड़ा है, प्रस्तुत करना होगा। हस्तशिल्पी पहचान पत्र धारक के परिवार के सदस्य को उल्लिखित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य नहीं होगा। उपायुक्त उद्योग ने बताया कि प्रशिक्षणोपरान्त लाभार्थियों को टूल-किट का वितरण किया जायेगा साथ ही इच्छुक लाभार्थियों को मार्जिन मनी योजनाओं अर्थात् प्र्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं ‘‘एक जनपद एक उत्पाद’’ योजना अन्तर्गत ऋण वितरण में भी वरीयता प्रदान की जायेगी।
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