बहराइच 01 जून। शुक्रवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने हेल्थ मैनेजमेन्ट इन्फारमेशन सिस्टम (एचएमआईएस) के डाटा में अपेक्षित सुधार न पाये जाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी पयागपुर, चित्तौरा, नवाबगंज, बलहा व मोतीपुर का वेतन रोके जाने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि फीड डाटा तथा वास्तविक डाटा की गुणवत्ता की जाॅच कर ली जाय। उन्होंने सचेत किया कि भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि डीएम की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक से पूर्व सीएमओ स्वयं अपने स्तर पर बैठक आयोजित कर स्वास्थ्य के सभी सूचकांकों की गहन समीक्षा कर लिया करें यदि कोई त्रुटि पायी जाये तो उसे सम्बन्धित से दुरूस्त भी करा लिया जाय। उन्होंने सभी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन की मंशानुरूप आमजन को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी जायें। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एवं जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान मानक के अनुसार भुगतान न किये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए हुजूरपुर के एम.ओ.आई.सी. का 02 का वेतन बाधित करने तथा कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ-साथ पयागपुर के एमओआईसी व बीसीपीएम का वेतन रोके जाने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। श्री कुमार ने सीएमओं को निर्देश दिया कि अपने स्तर पर स्वयं समीक्षा कर लक्ष्य की पूर्ति में फिसड्डी रहने वाले सभी एमओआईसी को कारण बताओ नोटिस जारी करें। बैठक के दौरान कुछ एमओआईसी द्वारा अवगत कराया गया कि बैंक खातों से आधार नम्बर लिंक न होने के कारण भुगतान की कार्यवाही में समस्या आ रही है। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिया कि नियमित रूप से इस कार्य की समीक्षा करते रहें ताकि वित्तीय प्रगति में सुधार हो। टीकाकरण कार्य की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जो आशा व आशा संगिनी संतोषजनक कार्य नहीं कर रही हैं उन्हें नोटिस देते हुए सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाय। जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी निर्देश दिया गया कि मानक के अनुसार कार्य न करने वाली आॅगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी नोटिस जारी कर सेवा समाप्ति की कार्यवाही करें। बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को पूरी क्षमता के साथ धरातल पर कार्यान्वित किये जाने हेतु बेसिक शिक्षा व महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग को समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिस दिन दवा की खुराक देने हेतु वाहन आये उस दिन दोनों विभाग के कर्मचारी पूरे समन्वय के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान कार्डो का वितरण ब्लाकवार कराये जाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि चिकित्सालय की रंगाई-पुताई के साथ-साथ परिसर एवं वार्डों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। चिकित्सालय में आने वाले मरीज़ों एवं उनके तीमारदारों के लिए बैठने तथा स्वच्छ पेयजल के माकूल बन्दोबस्त भी किये जायें। उन्होंने होर्डिंग्स, बैनर व एलईडी के माध्यम से जनस्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराये जाने का भी निर्देश दिया। सभी एमओआईसी को यह भी निर्देश दिया गया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी इंडीकेटर्स में ब्लाकवार आॅकड़ों को त्रुटिरहित रखा जाये। बैठक का संचालन डीपीएम एनएचएम डा. आर.बी. यादव ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. डी.के. सिंह व डा. मधु गैरोला, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव, डीएचईआईओ रवीन्द्र त्यागी, डीसीपीएम मोहम्मद राशिद, प्रभारी चिकित्साधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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