उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। शुक्रवार रात बिरहा सुन कर लौटे मरदह के पिपनार गांव के 50 से अधिक लोगों को शनिवार सुबह दिखना बंद हो गया। आंखें नहीं खुलने और असहनीय दर्द से लोग तड़प उठे। बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और उनका इलाज शुरू किया। कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सक इसे आंख का संक्रमण बता रहे हैं। शुक्रवार को गांव में मां काली के पूजन उत्सव के दौरान राजभर बस्ती के पास बिरहा का आयोजन था। देर रात तक बिरहा सुनने के बाद ग्रामीण घर चले गए। सुबह उठने पर कई लोगों की आंखें खुल नहीं रही थीं। देखते ही देखते यह शिकायत कई घरों से आने लगी। कोई दर्द से कराह रहा थे तो कोई आंख की रोशनी चले जाने की आशंका से रोने लगा था। पीड़ितों की संख्या पचास से अधिक होने से पूरे गांव में कोहराम मच गया।
सूचना डीएम को दी जिसके बाद डॉक्टरों की टीम को गांव भेजा गया। डॉक्टरों ने पीड़ितों को दवा दी वहीं कई लोगों को अस्पताल भेजा गया। नेत्र चिकित्सक डॉ. छांगुर राम ने बताया कि आयोजकों ने ऊसर भूमि में पानी भर कर जोते गए खेत में पुआल रख कर उस पर दरी बिछा दी थी। वहां कुछ हैलोजन भी लगे हुए थे। जो लोग जमीन पर बैठकर बिरहा सुन रहे थे उन्हें संक्रमण की शिकायत हुई है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






