बहराइच
जरवल कस्बा के मोहल्ला कटरा उत्तरी निवासी जलाल उद्दीन कुरैशी के 22 वर्षीय बेटे की लाश विदेश मन्त्री सुषमा स्वराज जी की कोशिशों से 14 महीने बाद सऊदी अरब से कस्बे में पहुंची तो हजारों की भीड़ उसके घर जमा हो गई हर शख्स गमगीन था वहीं मां बाप भाइयों व दूसरे रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल था। लोगों के सामने 14 महीने पहले का वह मंजर आँखों के सामने घूमने लगा जब आमिर के कत्ल की इत्तिला उसके घर पहुंची थी। बताया जाता है कि जरवल कस्बा निवासी मो0 आमिर अपने मां बाप भाई बहनों के अरमानो को पूरा करने के लिये पैसा कमाने की गरज से सऊदी गया था और किसी शेख के यहां नोकरी पर था अभी वहां गये उसे सिर्फ चार माह ही हुवे थे कि वहां से यह अलमनाक खबर आई कि उसका कत्ल हो गया और मारने वाला कोई और नही उसका कोई सगा अज़ीज़ था जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। यह खबर आते ही घर वालों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। मरहूम बेटे को एक नज़र देखने और उसके आखिरी रसुमात जरवल में ही करने के लिये घर के लोगों ने विदेश मन्त्रालय से दरखुवास्त की थी। मरहूम मो0 आमिर की नमाज़ जनाज़ा बाद नमाज़ जुमा पश्चिम वाली मस्ज़िद में इमाम हाफ़िज सईद अहमद की इक्तिदा में अदा की गई जिसमे हजारों लोग मौजूद थे और जरवल वाके कब्रिस्तान में हुई तदफीन में अली असद रकीम मशकूर हुसैन कारी शकील अहमद अज़्ज़ि भाई कमाल अहमद शकील रायनी समेत हजारों लोग शामिल थे।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






