भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण की 15 माह जेल में रहने के बाद गुरुवार की देर रात रिहा हो गया है. रावण की रिहाई के बाद शुक्रवार को डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों के कप्तान को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. खासतौर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चंद्रशेखर रावण की रिहाई के बाद विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं. पुलिस ने चंद्रशेखर रावण की रिहाई के बाद होने वाले संगठनों के प्रदर्शन को लेकर भी चौकसी बढ़ा दी है. वहीं दिल्ली से सटे इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है.बता दें कि जेल से रिहा होते ही रावण ने बीजेपी पर जमकर भड़ास निकाला. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकना है. रावण ने समर्थकों से कहा,”न सोएंगे और न सोने देंगे जब तक कि 2019 में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ न दें. कोई स्वागत समारोह नहीं होगा. अगर कोई सोच रहा है तो वह उसे मन से निकल दे. मैं जेल सेबाहर काम करने के लिए आया हूं.”भीम आर्मी है क्या?
भीम आर्मी एक बहुजन संगठन है, जिसे भारत एकता मिशन भी कहा जाता है. ये दलित चिंतक सतीश कुमार के दिमाग की उपज है. इसे 2014 में चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ और विनय रतन आर्य ने हाशिए वाले वर्गों के विकास के लिए स्थापित किया गया. भीम आर्मी का कहना है कि वह शिक्षा के माध्यम से दलितों के लिए काम कर रहा है
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