बहराइच। रोज रोज सराहनीय कार्य वाली योगी सरकार की पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मामला बहराइच के रामगावं थाना क्षेत्र का है जहा पर एक नाबालिग बच्ची को बहला फुसला कर बहका का मामला सामने आया है
पीड़ित मां के माता की तहरीर पर घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी जिले की पुलिस ने मामले की एफआईआर नहीं दर्ज की है। महिला अब पुलिस थानों के चक्कर लगाने के बाद अपनी फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक की चौखट पर पहुंची है और अपना माथा कप्तान साहब के आगे टेंक रही है। अपनी बेटी की तलाश में दर-ब-दर की ठोंकरे खा रही एक माँ का दर्द शायद पुलिस के आगे कोई मायने नहीं रखता। फिलहाल महिला अपनी पीड़ा लिये योगी सरकार की पुलिस की परिक्रमा कर रही है लेकिन न तो उसकी बेटी उसे मिल सकी और न उसकी एफआईआर ही दर्ज हूई। मामला मीडिया में पहुंचते ही घटना के 5 दिन के बाद मामले में आखिरकार प्राथमिकी दर्ज कर ली अब देखना यह है कि घटना के 5 दिन बाद एफआईआर दर्ज करने वाली हमारी बहादुर पुलिस नाबालिग की बरामदगी कितने दिनों में कर पाती है। जनपद के थाना रामगांव क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम सभा भण्डारीपुरवा राजापुर माफी निवासी कुसमा पत्नी राजकुमार बताती हैं कि उसका पति इन दिनों बुरी तरह बीमार है और कहीं आ जा नहीं सकता है। पीड़िता कहती हैं कि उसकी 12 वर्षीय नाबालिग पुत्री को ग्राम सभा तालापुरवा तरपुरखुर्द थाना रामगांव क्षेत्र अंतर्गत निवासी अपनी मामी की सहायता से बहका फुसला कर बीते 18 अगस्त को कहीं भगा ले गये हैं। पीड़िता ने योगी सरकार की पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाया है कि घटना के बाद उसने मामले की सूचना स्थानीय थाने पर दी है और लगातार थाने दौड़ती रही लेकिन पुलिस ने अब तक उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की पीड़िता का आरोप है कि घटना कि तिथि से लगातार अपनी फ़रयाद लेकर वह थाने के चक्कर लगा रही है और अपनी बेटी की तलाश कर रही है लेकिन पुलिस ने न तो उसकी एफआईआर दर्ज की और न ही उसकी पुत्री को ही बरामद किया है। थक हार कर आज कुसमा पुलिस कप्तान की चौखट पर अपना माथा टेंकने पहुंची और न्याय की गुहार लगायी। घटना के 5 दिन बाद भी एफआईआर न दर्ज होना पुलिस की कार्यशैली दर्शाती की ही अपराध और अपराधियों की धर पकड़ के लिये वह कितनी तत्पर्य है। अब देखना है कि नाबालिग बच्चियों के साथ हूँ रही घटनाओं पर केन्द्र और राज्य सरकार त्वरित कार्यवाही किये जाने कक निर्देश जारी कर रही है लेकिन हमारी मित्र पुलिस समस्त आदेशों और निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ा रही है। पीड़िता पुलिस कप्तान से मिलने गयी और अपनी व्यथा सुनाई इसकी सूचना मीडिया में फैलने के बाद आनन-फानन में पुलिस ने अभियोग पंजिकृत कर लिया।
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