बहराइच 08 अगस्त। बाढ़ की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गयी तैयारियों की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश की राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व एवं वित्त (एमओएस) श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने कहा कि बाढ़ एक दैवीय आपदा है जिसे रोका तो नहीं जा सकता परन्तु बेहतर प्रबन्धन से उसके प्रभाव को न्यून से न्यूनतम अवश्य किया जा सकता है। श्रीमती जायसवाल ने कहा कि गत वर्ष बाढ़ के दौरान जनपद में बहुत ही सराहनीय कार्य हुआ था जिसे अन्य जनपदों में भी रोल माॅडल के रूप में लागू किया गया। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों का आहवान्ह किया कि गत वर्ष में हुए अच्छे कार्य से प्रेरणा लेते हुए इस वर्ष और भी बेहतर कार्य करने का प्रयास करें। श्रीमती जायसवाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं ही बाढ़ क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा ले रहे हैं। बाढ पीड़ितों को त्वरित राहत उपलब्ध कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता के मद्देनज़र सभी जिम्मेदार अधिकारी क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर स्थिति पर सतर्क दृष्टि बनाये रखें तथा आवश्यकतानुसार लोगों को तत्काल राहत पहुॅचायें। श्रीमती जायसवाल ने निर्देश दिया कि बाढ़ के दौरान मनुष्यों के साथ-साथ पशुओं के लिए भी बेहतर से बेहतर प्रबन्ध किये जायें ताकि पशुओं के लिए चारा, इलाज इत्यादि की कोई समस्या न हो। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में नावों को लगाया जाय। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बाढ़ क्षेत्रों में लगायी गयी नावों को जिला प्रशासन द्वारा अपनी देख-रेख में संचालित किया जाय। बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव के लिए फुलप्रूफ कार्ययोजना तैयार की जाये। उन्होंने उप जिलाधिकारी महसी को तहसील मुख्यालय पर निवास किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों के मोबाइल को अनिवार्य रूप से अटैण्ड करें, अपरिहार्य कारणों में काल रिसीव न हो पाने की दशा में कालबैक अवश्य करें। उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि ग्राम शेखदहीर के मजरा आगाखाॅपुरवा का भ्रमण कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। बैठक के दौरान श्रीमती जायसवाल ने इस बात पर नाराज़गी व्यक्त की कि बहराइच नगर क्षेत्र में नालों की समुचित साफ-सफाई न होने से घरों में पानी घुसने की शिकायतें प्राप्त हो रही है। उन्होंने निर्देश दिया कि नालों की समुचित साफ-सफाई करा दी जाय ताकि नगर क्षेत्र में जलभराव की समस्या न रहे। श्रीमती जायसवाल ने बताया कि वे स्वयं 08 अगस्त को प्रातः 08ः00 बजे मेहता नर्सिंग होम की गली का स्थलीय निरीक्षण करेंगी। बैठक के दौरान बाढ़ तैयारी के सम्बन्ध में तहसीलवार समीक्षा के दौरान उप जिलाधिकारी कैसरगंज से संतोषजनक उत्तर न प्राप्त होने पर विधायक महसी सुरेश्वर सिंह ने नाराज़गी व्यक्त की। श्री सिंह ने तहसील महसी के ग्राम गोलागंज के मजरा राजापुरवा तथा अन्य ग्रामों में बाढ़ के पानी से होने वाले जलभराव के लिए तत्काल आवश्यक कार्यवाही किये जाने का सुझाव दिया। श्री सिंह ने डीपीआरओ से ग्राम पंचायतों द्वारा खरीदी गयी नावों की सूची तथा उससे सम्बन्धित सभी अभिलेख की प्रति उपलब्ध कराये जाने की माॅग की। विधायक महसी ने यह भी सुझाव दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु चिकित्साधिकारियों की होम विजिट के लिए निर्धारित शुल्क में छूट दिये जाने का सुझाव दिया साथ ही यह भी कहा कि बाढ़ क्षेत्रों में कटान के कारण अस्तित्वविहीन विद्यालयों के स्थान पर नये विद्यालयों की स्थापना का प्रस्ताव शासन को भेजे जाने का सुझाव दिया। विधायक नानपारा श्रीमती माधुरी वर्मा के प्रतिनिधि पूर्व विधायक महसी दिलीप कुमार वर्मा ने तहसील प्रशासन नानपारा द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन पूरी गम्भीरता, संवेदनशीलता और तत्परता से पीड़ित व्यक्तियों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगी। उन्होंने बताया कि सभी उप जिलाधिकारियों व सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये हैं कि बाढ़ क्षेत्रों में निरन्तर भ्रमणशील रहकर स्थिति का जायज़ा लेते रहें तथा आवश्यकतानुसार लोगों को राहत पहुॅचायी जाय। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सभाराज, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी व उप जिलाधिकारी मौजूद रहे।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






